बांटे कोई नोट या शराब तो सीविजिल एप पर करें शिकायत
जागरण संवाददाता चित्रकूट उम्मीदवारों के प्रलोभन को अब आम जनता भी सबके सामने ला सकती ह
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : उम्मीदवारों के प्रलोभन को अब आम जनता भी सबके सामने ला सकती है। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने सीविजिल ऐप लांच किया है। जिसका इस्तेमाल आम जनता और मतदाता शिकायत दर्ज करने में कर सकेंगे। यदि उन्हें विधान सभा चुनाव के दौरान कहीं भी आचार संहिता का पालन होता हुआ न मिले। या कोई भी उन्हें प्रलोभन दे तो उसकी फोटो खींचकर इस ऐप पर अपलोड कर सकते हैं। सौ मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने मौजूदा समय में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें करने और कार्रवाई करने के लिए तेज गति से काम करने की जरूरत महसूस की है। कई बार उल्लंघन की सूचना में देरी से मिलने के कारण फ्लाइंग स्काट दोषियों का पता नहीं लगा पाता हैं। साथ ही वायरल फोटो या वीडियो में की गई छेड़छाड़ में भी साक्ष्य का जुटाना मुश्किलें होती है। आयोग ने महसूस किया है कि बड़ी संख्या में झूठी और गलत सूचनाएं से उड़नदस्ते का समय और श्रम बर्बाद होता है। इसलिए सीविजिल ऐप लांच किया है। सीविजिल का अर्थ जागरूक नागरिक
नए सीविजिल ऐप का अर्थ की जागरूक नागरिक है। इसमें फास्ट-ट्रैक कम्प्लेन, रिसेप्शन और निवारण प्रणाली विकसित की गई है। सीविजिल ऐप विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता और उम्मीदवारों के खर्च संबंधी उल्लंघनों की रिपोर्ट करने के लिए एक अभिनव मोबाइल फोन ऐप्लिकेशन है। जो लाइव फोटो व वीडियो ही कैप्चर करेगा।
बहुत आसान है आपरेट करना
स्वीप नोडल अधिकारी व अपर जिलाधिकारी न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव बताती हैं कि सीविजिल ऐप को आपरेट करना भी बहुत आसान है। इसका उपयोग चुनाव की अधिसूचना लगने की तारीख से उल्लंघनों की शिकायत के लिए किया जा सकता है। इसकी खासियत है कि यह केवल लाइव फोटो व वीडियो और ऐप के भीतर से आटो लोकेशन ही कैप्चर करता है ताकि उड़नदस्ते को कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य मिल सकें। इंटरनेट कनेक्टिविटी होना मोबाइल फोन में जरुरी
इस एप को किसी भी स्मार्टफोन में अपलोड कर सकते हैं। मोबाइल फोन में कैमरा, इंटरनेट कनेक्टिविटी और जीपीएस एक्सेस होना जरुरी है। एप के माध्यम से आमजन अनियमितताओं की घटनाओं को तत्काल कुछ ही मिनट में रिपोर्ट कर सकते हैं। शिकायत के लिए किसी को भी रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में जाना की जरूरत नहीं है। सीविजिल ऐप जागरूक नागरिकों को जिला नियंत्रण कक्ष, रिटर्निंग अधिकारी और उड़नदस्ता व स्थिति को निगरानी दल से तत्काल जोड़ता है। दो मिनट का ही वीडियो मान्य
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली घटना की केवल एक तस्वीर या फिर दो मिनट का वीडियो बनाएं। घटना की संक्षिप्त जानकारी दें। शिकायत के साथ कैप्चर कर दें। ऐसे करें शिकायत कैप्चर
स्टेप एक : फोटो व वीडियो को संक्षिप्त शिकायत व आटो लोकेशन मैपिग के साथ ऐप पर अपलोड करते हैं। उसके बाद मोबाइल फोन पर अपडेट प्राप्त करने के लिए यूजर्स की एक यूनिक आइडी क्रिएट की जाती है। वहीं यदि आप अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं तो सीविजिल ऐप में बेनामी शिकायतें भी दर्ज करने का विकल्प मौजूद है। इस स्थिति में सिस्टम को मोबाइल फोन नंबर और अन्य प्रोफाइल संबंधी विवरण दर्ज नहीं करें। हालांकि, इस तरह की शिकायतों में क्या कार्रवाई की गई है, इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को नहीं मिलती। स्टेप दो : यूजर्स की शिकायत सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में आ जाती है। जो फील्ड यूनिट को भेजता है। उल्लंघन में लगी टीमें के पास एक जीआइएस-आधारित मोबाइल एप्लिकेशन होगा। जिससे वह सीधे लोकेशन पर पहुंचती है और कार्रवाई करती है। स्टेप तीन : फील्ड यूनिट में कार्रवाई होने के बाद, उनके निर्णय और निस्तारण के लिए संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को आनलाइन भेजती है। यदि शिकायत सही पाई जाती है, तो निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है। शिकायतकर्ता को सौ मिनट के अंदर स्थिति की सूचना दी जाती है। यहां इंस्टाल करें सीविजिल ऐप
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