घरेलू कलह में फंदा लगाकर दी जान
जागरण संवाददाता चित्रकूट सदर कोतवाली अंतर्गत लक्ष्मणपुरी में युवक ने फंदा लगाकर खुदकुशी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सदर कोतवाली अंतर्गत लक्ष्मणपुरी में युवक ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। वह बस स्टैंड में राष्ट्रीय राजमार्ग की पटरी में जूता पालिश का काम करता था। चार माह से उसकी बीमार पत्नी मायके में है। वह यहां पर अपनी मां के साथ रह रहा था।
लक्ष्मण पुरी निवासी 36 वर्षीय जोगेंद्र वर्मा के पिता गोरेलाल डाक विभाग में थे। पिता की मौत के बाद जोगेंद्र और उसके दो भाई दिलीप कुमार वर्मा और रोहित कुमार अलग-अलग रहने लगे थे। जबकि मां यशोदा देवी जोंगेद्र के साथ रहती है। बताते हैं कि जोगेंद्र की पत्नी साधना की तबीयत खराब चल रही है जो अपने मायके दमोह में है। रविवार की रात में वह खाना खाने के बाद कमरे सोने चला गया था। जबकि उसकी मां अलग कमरे में सो रही थी। सुबह मां की आंख खुली तो जोगेंद्र कमरे के पंखा में रस्सी के फंदा पर लटका था। मां की चीख सुन उसके बेटे दिलीप और रोहित भाग कर आए और जोगेंद्र को फंदे से उतार कर जिला अस्पताल ले गए। जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। कर्वी कोतवाली प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि वैसे आत्महत्या का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है लेकिन पड़ोसी घरेलू कलह बता रहे हैं। विवाहिता ने जहरीला पदार्थ खाया, गंभीर
रैपुरा थानांतर्गत बलेहरा में विवाहिता ने घरेलू कलह में जहरीला पदार्थ खा लिया। राधेश्याम की 45 वर्षीय गीता देवी की सोमवार की सुबह जहरीला पदार्थ खाने के हालत खराब होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में भर्ती कराया गया। जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया है।