समितियों में भी डीएपी खत्म, अब निजी का सहारा
जागरण संवाददाता चित्रकूट जिले में डीएपी की किल्लत कम नहीं हो रही है। बीते दिनों आई र
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिले में डीएपी की किल्लत कम नहीं हो रही है। बीते दिनों आई रैक की पूरी खाद लगभग खत्म हो गई है। सिर्फ निजी दुकानों कुछ खाद है। जबकि खेतों में खत्म हो रही नमी से किसान बोवाई को लेकर चितित है। बुधवार को वियावल, सरधुआ, बरवारा और रैपुरा व गाहुर में वितरण किया गया। जहां पर किसानों को घंटों इंतजार के बाद खाद मिली।
जिला कृषि अधिकारी राजपति शुक्ला ने बताया कि रबी फसल बोवाई का अंतिम समय चल रहा है। खेतों की नमी भी खत्म हो रही है। यदि अब बोवाई पिछड़ती है तो उत्पादन में प्रभाव पड़ेगा। बुधवार को पांच समितियों में खाद का वितरण हुआ है। वियावल, सरधुआ, बरवारा और रैपुरा तो किसानों की भीड़ थी लेकिन गाहुर केंद्र खाली थी। वहां पर आठ एमटी डीएपी अभी है। किसान अब यूरिया का मांग करने लगा है। 29 दुकान में छापा, उर्वरक के भरे नमूने
रबी फसलों की बोवाई के लिए किसान निवेश क्रय कर रहे हैं। किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज व उर्वरक उपलब्ध हो इसके लिए अधिकारियों की टीम ने जिले के कर्वी, शंकर बाजार, चित्रकूट, सीतापुर, शिवरामपुर, खोह, भरतकूप आदि क्षेत्रों में बीज व उर्वरक विक्रेताओं के 29 प्रतिष्ठानों में छापा मारा। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध उर्वरक के नमूने लिए गए हैं। जिनको प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। प्राप्त परिणामों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। जिला कृषि अधिकारी ने विक्रेताओं से सख्त लहजे में कहा कि किसानों को निर्धारित मूल्य पर ही निवेश बेचें अन्यथा कठोर विधिक कार्यवाही की जाएगी। कल आ रही 29500 बोरी डीएपी
इफको की एक रैक डीएपी तीन दिसंबर को बांदा आ रही है जिसमें से जिले के लिए 1484 मीट्रिक टन (29500 बोरी) डीएपी मिलेगी जो रबी फसलों की बुवाई के लिए पर्याप्त होगी। जिले में अभी 2493 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। यूरिया की एक रैक बुधवार को और प्राप्त हो रही है। जनपद में यूरिया की कोई कमी नहीं है। अपनी जोत के अनुसार यूरिया लेकर प्रयोग करें।