मंदाकिनी को दूषित कर रहे नगर के नाले
जागरण संवाददाता चित्रकूट मंदाकिनी को नगर से नाले दूषित कर रहे है जिनसे प्रशासन आंखमू
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मंदाकिनी को नगर से नाले दूषित कर रहे है जिनसे प्रशासन आंखमूंदे है हालांकि करीब एक साल पहले इन नालों का टैंप करने का प्रस्ताव जल निगम ने तैयार किया था लेकिन वह ठंडे बस्ते में चला गया है। जबकि नदी का पानी दिनों दिन दूषित हो रहा है। गर्मी के समय तो नलों से गंदा पानी आने लगता है। अभी बारिश में आई बाढ़ के बाद नदी कुछ साफ हो गई है लेकिन जिस प्रकार नगर के 16 नाले सीधे मंदाकिनी में गिर रहे है तो उससे हालात ज्यादा दिन ठीक नहीं रहेंगे।
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जल निगम ने बनाया था प्रस्ताव
करीब एक साल पहले तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी ने मंदाकिनी में गिर रहे नालों को टैप करने के लिए जल निगम से एक प्रस्ताव बनवाया था और उसको शासन भेजा था। यह भी बताया गया कि इंडियन ऑयल सोशल वर्क के तहत यह काम कराया जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जिलाधिकारी के जाते ही प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया तो नाले बदस्तूर गिर रहे है।
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सीवरेज का भी बनाया था प्लान
जल निगम ने करीब तीन साल पहले कर्वी नगर के लिए सीवरेज का भी प्लान तैयार किया था। करीब 10 करोड़ रुपये का यह प्रस्ताव भी आज तक पास नहीं हुआ है। जबकि गर्मी में मंदाकिनी के गिरते जल स्तर के समय प्रदूषण अपना रंग दिखाता है तो लोगों को पानी पीने के लिए सौ बार सोंचना पड़ता है। कहां-कहां गिरते है नाले
सीतापुर - सरयू नाला, उतारा बाजार नाला
कर्वी - द्वारिकापुरी के दो नाले, शंकर बाजार में एक नाला, हाइवे पुल के पास तीन नाले, राजा घाट में एक नाला, तरौहां में तीन नाला। 'नाला टैपिग के लिए प्रस्ताव बनाया गया था लेकिन स्वीकृति नहीं मिली है। उसको फिर से रिमांइड किया जाएगा।' राजेंद्र सिंह - परियोजना प्रबंधक जल निगम अस्थाई शाखा।