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अयोध्या-मथुरा की तर्ज पर विकसित होगा चित्रकूटधाम

शिवा अवस्थी चित्रकूट लीलाधर की नगरी मथुरा-वृंदावन और प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या की त

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 10:31 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 06:19 AM (IST)
अयोध्या-मथुरा की तर्ज पर विकसित होगा चित्रकूटधाम
अयोध्या-मथुरा की तर्ज पर विकसित होगा चित्रकूटधाम

शिवा अवस्थी, चित्रकूट : लीलाधर की नगरी मथुरा-वृंदावन और प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या की तर्ज पर अब उनके वनवास काल के गवाह चित्रकूटधाम का भी पर्यटन विकास होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुंदेलखंड को पर्यटन हब बनाने की घोषणा के तहत चित्रकूटधाम तीर्थ विकास परिषद के गठन का प्रस्ताव तैयार हुआ है। शासन को प्रस्ताव भेजने के बाद दिसंबर तक इस पर कैबिनेट की मुहर लग सकती है। इससे चित्रकूटधाम मंडल के बांदा, महोबा, हमीरपुर समेत झांसी व आसपास के जिलों के पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को जोड़कर पर्यटन विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। देवांगना हवाई पट्टी से उड़ान शुरू होने समेत अन्य कार्य जल्द पूरे होंगे।

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84 कोस में फैले पर्यटन स्थलों का बनेगा सर्किट

विकास परिषद के माध्यम से प्रभु श्रीराम के वन गमन से जुड़े चित्रकूट प्रमुख द्वार लालापुर स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम से लेकर 84 कोस तक फैले पर्यटन स्थलों का सर्किट बनाने पर काम होगा। पहले चरण में पर्यटन विभाग ने चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर के छोटे-बड़े स्थलों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है।

ऐसी होगी परिषद, खत्म करेगी अड़ंगेबाजी

बृज तीर्थ विकास परिषद व अयोध्या तीर्थ विकास परिषद की तरह मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित होने वाली चित्रकूटधाम तीर्थ विकास परिषद में पर्यटन विकास से जुड़े सभी विभागों के प्रमुख सचिव सदस्य होंगे। इससे विकास कार्यो में एक-दूसरे विभाग की अनुमति समेत दूसरे कामों को लेकर अड़ंगेबाजी खत्म होगी। स्थानीय स्तर पर मॉनीटरिग के लिए अधिकारी रहेंगे। बताते चलें कि दैनिक जागरण चित्रकूट समेत बुंदेलखंड के पाठा इलाके में पर्यटन विकास का मुद्दा लगातार उठाता रहा है।

पर्यटन विकास से यह फायदे

-मानिकपुर के पाठा में सबसे ज्यादा स्थल, विकास से आएगा बदलाव।

-अब तक अनदेखी के कारण खत्म हो रहे प्राचीन स्थल बनेंगे धरोहर।

-बुंदेलखंड में रुकेगा पलायन, युवाओं को मिलेगा रोजगार।

-मंदाकिनी नदी को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने को होगी कवायद।

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चित्रकूटधाम क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री के 13 व 14 सितंबर को दौरे में विकास परिषद गठन के निर्देश के बाद प्रस्ताव बना है।

-शेषमणि पांडेय, जिलाधिकारी विकास परिषद गठन को लेकर प्रस्ताव तैयार है। इससे अब तक बिखरे पड़े पर्यटन स्थलों को सहेजने में मदद मिलेगी।

-शक्ति सिंह, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी


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