Chitrakoot Children Abuse Case: चित्रकूट यौन शोषण प्रकरण में अभी सीबीआइ पांच दिन और खंगालेगी सबूत
Chitrakoot Children Physical Abuse Case सीबीआइ समय का सदुपयोग करते हुए चित्रकूट तथा पास के जिलों में रामभवन के नेटवर्क को खंगालेगी। चित्रकूट की कोर्ट ने रामभवन की रिमांड बहस की तारीख 24 नवंबर कर दी है। पांच दिन तक सीबीआइ चित्रकूट से जेई के खिलाफ और साबूत खंगालेगी।
चित्रकूट, जेएनएन। भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में अपने पेशे से इतर काम करने वाले सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर रामभवन के कृत्यों सीबीआइ अभी पांच दिन और खंगालेगी। चित्रकूट में पचास से भी अधिक बच्चों के यौन शोषण के आरोपित को रूरत बच्चों के यौन शोषण के आरोपित निलंबित जेई की रिमांड को लेकर चित्रकूट में डेरा डाले सीबीआइ को पांच दिन और इंतजार करना पड़ेगा।
सीबीआइ अपने इस समय का सदुपयोग करते हुए चित्रकूट तथा पास के जिलों में रामभवन के नेटवर्क को खंगालेगी। यहां पर चित्रकूट की कोर्ट ने रामभवन की रिमांड बहस की तारीख 24 नवंबर कर दी है। ऐसे में पांच दिन तक सीबीआइ चित्रकूट के कैंप कार्यालय से जेई के खिलाफ और साबूत खंगालेगी। इसके साथ ही उन परिवारों से भी संपर्क कर सकती है, जिनके बच्चे घिरौनी करतूत के शिकार हुए हैं। रामभवन के प्रकरण में उसके कार चालक को सरकारी गवाह बनाया जा सकता है। वह दो साल से जेई के साथ है। सीबीआइ ने उसे भी पकड़ा था, लेकिन बाद में छोड़ दिया था।
चित्रकूट में 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण व अश्लील वीडियो बनाकर बेचने के आरोपित सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन के नेटवर्क पर अब सीबीआइ की निगाह है। दिल्ली, सोनभद्र, प्रयागराज से लेकर बुंदेलखंड के जिलों बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर व महोबा तक टीमें पड़ताल में जुटी हैं। उनके निशाने पर जेई के संपर्क वाले कैफे, कंप्यूटर दुकानें और वह लोग हैं, जो अवैध गतिविधियों में उससे जुड़े रहे हैं।
चित्रकूट में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के आवास गृह के कैंप कार्यालय में ठहरे सीबीआइ दिल्ली की विशेष यूनिट (आनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूस एंड एक्स्प्लॉयटेशन प्रिवेंशन एंड इन्वेस्टीगेशन) के सदस्य अलग-अलग काम में लगे हैं। यहां पर दो एएसपी, एक डिप्टी एसपी के नेतृत्व में सीबीआइ की टीम जेई के साथ अश्लील वीडियो बनाने वाले मददगार, उन्हें अपलोड करने, लिंक शेयर करने वाले सहयोगियों पर निगाह गड़ाए है। दिल्ली से सोनभद्र निवासी इंजीनियर नीरज यादव को पकडऩे के बाद जेई रामभवन का कनेक्शन मिला था। अब जेई के नेटवर्क में शामिल बाकी चेहरों को भी जल्द ही बेनकाब करके इस घिनौने कृत्य पर पूर्ण विराम लगाने को सीबीआइ सक्रिय है। इसके साथ ही यहां पर कपसेठी गांव में वर्ष 2012 में जेई के किराये वाले मकान के पीछे किशोरी के खुदकुशी करने के मामले में भी कडिय़ां जोड़ी जा रही हैं।
आरोपित निलंबित जेई ने स्थानीय होने के नाते कराए जाने वाले काम में यहां के गरीब परिवारों को भी रोजगार का अहसान लादा था। बबेरू व अतर्रा क्षेत्र के बहुत से परिवारों को अपने साथ काम दिलाने के बहाने ले गया था। रामभवन के पास से सीबीआइ ने आठ लाख नकदी समेत 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस व यौन टॉय बरामद किए हैं। इलेक्ट्रानिक उपकरण व मोबाइल उसने कहां से खरीदे और उनमें कोई छेड़छाड़ तो नहीं कराई है, इसकी भी तफ्तीश हो रही है। टीम के कुछ सदस्य जेई की रिमांड को लेकर सुनवाई के लिए बांदा गए थे, जबकि बाकी जिले के अलग-अलग हिस्सों में कडिय़ां जोड़ते रहे। बांदा रवाना होने से पहले भी पूरी टीम कुछ जगहों पर गई। वहीं, जेई से संपर्क रखने वालों पर भी नजर रखी।