छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता ने तमंचे से गोली मारकर जान दी
संवाद सहयोगी मऊ (चित्रकूट) छत्तीसगढ़ में रायगढ़ शहर कांग्रेस कमेटी सचिव ने गोली मारकर
संवाद सहयोगी, मऊ (चित्रकूट) : छत्तीसगढ़ में रायगढ़ शहर कांग्रेस कमेटी सचिव ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह राजापुर थाना क्षेत्र स्थित छीबों गांव के रहने वाले थे और 10 दिन पहले गांव आए थे। खुदकुशी की वजह परिवारिक कलह बताई जा रही है।
छीबों निवासी शिवनंदन यादव के 30 वर्षीय पुत्र महेंद्र यादव उर्फ जानकीशरण तीन भाइयों में मंझले थे। बड़े भाई शिवशरण खेती करते हैं जबकि छोटा भाई गुड्डू भी गांव में ही रहता है। महेंद्र छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रहते थे। वहां व्यवसाय के साथ कांग्रेस पार्टी की राजनीति में सक्रिय थे। बीती 14 फरवरी को रायगढ़ की शहर कमेटी में उन्हें सचिव बनाए गए थे। बताते हैं कि 10 दिन पहले वह अपने पैतृक गांव छीबों आए थे। रविवार सुबह नौ बजे वह नींद आने की बात कहकर वह कमरे में चले गए और अंदर से कुंडी बंद कर ली। करीब दो घंटे बाद गोली चलने की आवाज सुन रसोई में खाना बना रही पत्नी मंजू देवी कमरे को ओर गई। दरवाजा बंद होने पर परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया। पुलिस ने पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो देखा कि महेंद्र चारपाई में रजाई के अंदर लहूलुहान मृत पड़े थे। उसके कनपटी के नीचे गोली लगी थी और तमंचा रजाई के अंदर ही पड़ा था। राजापुर थाना प्रभारी अनिल सिंह ने बताया कि महेंद्र के पिता व बाबा भी पहले रायगढ़ में रहते थे वहां पर भी मकान है। महेंद्र रायगढ़ में अकेला रहते थे जबकि उसकी पत्नी मंजू साथ जाना चाहती थी। इसको लेकर विवाद चल रहा था। अवैध तमंचे से गोली मारकर महेंद्र ने आत्महत्या की है।
गांव वाले लड़ाना चाहते थे चुनाव
महेंद्र वैसे तो छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की राजनीति कर रहे थे लेकिन ग्रामीण उनको जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ानाचाहते थे। जिले में सीट आरक्षण का फैसला दो मार्च को होना है। इसलिए ग्रामीणों ने रोक लिया था। छीबों निवासी शिक्षक नेता कमलेश कुमार पांडेय ने बताया कि महेंद्र की छत्तीसगढ़ की राजनीति में अच्छी पहचान थी। वहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व रायगढ़ के विधायक प्रकाश नायक से उनका जुड़ाव था।