चित्रकूट में बोली भाजपा किसान मोर्चा, कृषि बिल की दूर करेगा भ्रांतियां
जागरण संवाददाता चित्रकूट देश में कृषि बिलों को लेकर मचे बवाल के बीच भारतीय जनता पार्टी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : देश में कृषि बिलों को लेकर मचे बवाल के बीच भारतीय जनता पार्टी ने किसानों की भ्रांतियां दूर करने का निर्णय लिया है और उनके पदाधिकारी किसानों को बीच जाकर किसान बिल के बारे में बताएंगे साथ ही शंकाओं को दूर करने का काम करेंगे। इसके लिए पहली पंचायत 16 दिसंबर को मंडल मुख्यालय बांदा में होगी।
भाजपा जिला कार्यालय में शनिवार को किसान पंचायत को लेकर किसान मोर्चा व पिछड़ा मोर्चा की बैठक हुई। बतौर मुख्य अतिथि बांदा के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रपाल सिंह पटेल ने कहा कि विदेशी पूंजी पर शाहीन बाग की तरह देश में अस्थिरता उत्पन्न करने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। भोले भाले किसानों को गुमराह करने का षड़यंत्र रचने में विपक्ष, वामपंथी संगठन और किसानों का हक लूटने वाले सक्रिय हैं। किसानों के हित के लिए सक्रिय प्रयास कर रही भाजपा की केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास पैदा करने की बेजा कोशिश कर रहे हैं । जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता अपने अपने स्थान पर किसानों के साथ निरंतर और व्यापक रूप से चर्चा करके विपक्ष के षड्यंत्र का पर्दाफाश करे।
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कृषि कानूनों के जरिए केंद्र ने दिया उद्योगपतियों को तोहफा
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : नए कृषि कानूनों को लेकर सपा लगातार हमलावर है। सपाई हर दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में किसान पद यात्रा निकाल कर कृषि बिल को किसानो के लिए घातक बता रहे हैं।
सपा जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने शनिवार को बरुई, भीखमपुर, सेहरा और पहरा गांव में किसानों के बीच चौपाल लगाया। कहा कि मोदी सरकार संविधान पर हमला कर लोकतंत्र को खत्म करना चाह रही है। केंद्र द्वारा पारित कृषि उत्पाद व्यापार और वाणिज्य कानून उद्योगपतियों के लिए शोषण का मार्ग खोलने वाला है। इससे किसानों की जमीनें हड़प कर उन्हें बेसहारा और गुलाम बनाया जाएगा। वस्तु अधिनियम जमाखोरी को लाइसेंस देने का कानून है। कृषक कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार कानून सरकारी मंडियों एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म कर देगा। पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल ने मोदी सरकार को जनविरोधी बताया। कहा इस सरकार से जनता ऊब चुकी है। 2022 में सत्ता परिवर्तन होने जा रही है। इस दौरान मो.गुलाब खां, नरेंद्र यादव, सुभाष पटेल, संतोष यादव, साहबलाल द्विवेदी, उमाकांत यादव, आशुतोष अग्रहरि, श्याम सविता, राधेश्याम निषाद, शिवपूजन, चीनी भाई व निजाम सिद्दकी रहे।