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हाई सिक्योरिटी बैरक के पीछे से चढ़कर ढेर किया गया था अंशु

जागरण संवाददाता चित्रकूट जिला जेल में दो कैदियों की हत्या करने के बाद मुठभेड़ में मारे

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 04:46 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 03:15 AM (IST)
हाई सिक्योरिटी बैरक के पीछे से चढ़कर ढेर किया गया था अंशु
हाई सिक्योरिटी बैरक के पीछे से चढ़कर ढेर किया गया था अंशु

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिला जेल में दो कैदियों की हत्या करने के बाद मुठभेड़ में मारे गए माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अंशु दीक्षित का इरादा कुछ और था लेकिन पुलिस उससे बीस निकली। पांच कैदियों के बंधक बनाकर फायरिग कर रहे अंशु को जेल व पुलिस के कुछ अफसर बातों में लगाए थे। तभी पुलिस के जांबाज कुछ जवान हाई सिक्योरिटी बैरक में पिछवाड़े से छत पर चढ़ कर गए और उसे ढेर कर दिया।

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सूत्रों के मुताबिक जिला जेल में गैंगवार और मुठभेड़ में नया तथ्य निकलकर सामने आया है। माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अंशु दीक्षित बंधक कैदियों को भी मौत के घाट उतार देता यदि पुलिस जवान बैरक में पिछवाड़े से सीढ़ी लगाकर छत में नहीं पहुंचे होते। बताते हैं कि मुकीम को मारने के बाद अंशु अपनी हाई सिक्योरिटी बैरक में वापस गया था। फिर मेराज अली की कालर पकड़ घसीटते हुए बाहर लाया और उसके सिर और सीने में गोली मारी। जब वह ढेर हो गया तभी जेल का फोर्स पहुंच गया। जिनको देखकर अंशु ने हाई सिक्योरिटी बैरक की अन्य सेल में बंद पांच कुख्यात अपराधियों व माफियाओं को पिस्टल की नोक पर बंधक बना लिया। थोड़ी देर में जिला पुलिस व अफसर भी पहुंच गए। अफसरों ने बंधकों को छोड़ने और समर्पण के लिए कहा तो वह गोलियां चलाने लगा। तभी छत से आए पुलिस जवानों ने उसे पीछे से एके-47 और इंसास रायफल की गोलियों से भून डाला था। इसीलिए उसके शरीर में पीछे के हिस्से में पेट से लेकर सिर तक गोलियां लगी थीं।

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बैरक के गेट खुले होते तो लंबी चलती मुठभेड़

जिला जेल में गैंगवार व मुठभेड में अंशु का अंत दो घंटे में हुआ था लेकिन यदि हाई सिक्योरिटी बैरक के गेट खुले होते तो यह और लंबी खिचती। बताते हैं कि गोलियां चलने के दौरान ही बंधक उसके चंगुल से छूट कर बैरकों में घुस गए थे और गेट बंद कर लिए थे। अंशु भी पुलिस की फायरिग से सेल की तरफ भागा, लेकिन घुस नहीं सका और मारा गया।

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गोलियों से छलनी हैं बैरक की दीवारें

जेल में हुई गैंगवार व मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब 50 राउंड गोलियां चली थी। जिसकी गवाही बैरक की बाहरी दीवारें दे रही है। इतने छेद हैं घटना की क्रूरता बयां कर रही है। पुलिस रिकार्ड में 26 राउंड फायरिग का जिक्र है।


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