रोकने पर अंशु ने वार्डन पर तान दी थी पिस्टल
जागरण संवाददाता चित्रकूट माफिया गैंग के शार्प शूटर अंशु दीक्षित ने रिश्ते में मुख्तार अंसार
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : माफिया गैंग के शार्प शूटर अंशु दीक्षित ने रिश्ते में मुख्तार अंसारी के भांजे व करीबी मेराज अली और कैराना पलायन के मुख्य आरोपित मुकीम काला की हत्या की सुनियोजित योजना बनाई थी। जब वह अपनी बैरक से निकला तो हाथ में पिस्टल लिए था। जेल वार्डन ने उसे रोकने की कोशिश की तो उस पर पिस्टल तान दी थी। वार्डन ने उसका रास्ता छोड़ भागकर कुर्सी के पीछे छिप अपनी जान बचाई थी।
जेल सूत्रों के मुताबिक, हाई सिक्योरिटी बैरक के बाहर गैलरी में शुक्रवार को वार्डन संजय खरे मौजूद था। करीब पौने 10 बजे अंशु अपनी बैरक से निकला। उसके हाथ में 9 एमएम की इटैलियन पिस्टल थी। जैसे ही बैरक से गैलरी में पहुंचा तो वार्डन ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर अंशु ने अपशब्द बोलते हुए उस पर पिस्टल तान दी। खुद को पिस्टल की जद में देख वार्डन की रूह कांप गई। वार्डन ने पिस्टल देखकर उसका रास्ता छोड़ दिया और भागते हुए एक कुर्सी के पीछे छिप गया, जबकि अंशु पिस्टल लहराते हुए मुकीम की बैरक की ओर बढ़ गया। वार्डन की हिम्मत भी नहीं पड़ी कि वह किसी को आवाज लगा सके। इससे कुछ देर बाद ही जेल गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी।
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खराब सीसीटीवी कैमरों के कारण दफन होगी गैंगवार की दास्तां
जिला जेल में चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए 30 आधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन इनमें करीब दो दर्जन खराब हैं। इससे अंशु की साजिश और करतूत जेल की चहारदीवारी के अंदर ही दफन हो जाएगी। करीब दो घंटे उसने जेल में खूनी खेल खेला, लेकिन उसके एक भी साक्ष्य जेल प्रशासन के पास नहीं है। सिर्फ पिस्टल और उसके पास से एक मोबाइल फोन की बरामद होने की बात सामने आई है।