पुराने मांग में अड़े, नए चालकों से सरकार चलवाएगी एंबुलेंस
जागरण संवाददाता चित्रकूट एंबुलेंस चालक व सहयोगी कर्मियों ने ठेका प्रथा बंद करने आदि मांग
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : एंबुलेंस चालक व सहयोगी कर्मियों ने ठेका प्रथा बंद करने आदि मांगों को लेकर चल रही हड़ताल के पांचवें दिन भी एंबुलेंस सेवा ठप रही। मरीजों व उनके तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम को सरकार ने नए चालकों से एंबुलेस चलवाने के आदेश जारी किए है। जिसके बाद प्रशासन सभी एंबुलेंस को हैंडओवर कर रहा है। जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष संजय गुर्जर की अगुवाई में मंगलवार को पांचवें दिन भी हड़ताल जारी रही। कर्मचारियों ने देवांगना घाटी में सभी एंबुलेंसों को खड़ा कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि कंपनी बदलने पर स्थानांतरित न किया जाए। अनुभवी कर्मचारियों को ही रखा जाए। कोरोना महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभा रहे कोरोना योद्धा एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेका प्रथा से निजात दिलाई जाए। मृतक आश्रितों के परिवारों को जल्द बीमा राशि 50 लाख और सहायता राशि सरकार की ओर से जारी हो। राजेंद्र कुमार, अमित कुमार, अवनीश पटेल, अनिरुद्ध सिंह, रामजीवन, नवीन आदि एंबुलेंस कर्मी मौजूद रहे। एडीएम व सीएमओ पहुंचे समझाने
शाम को एडीएम जीपी सिंह और सीएमओ भूपेश द्विवेदी पुलिस फोर्स के साथ एंबुलेंस कर्मियों को समझाने पहुंचे। कई घंटे चली वार्ता के बाद भी कोई हल नहीं निकला। कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। एसीएमओ डा इम्तियाज ने बताया कि शाम को सरकार ने खुद एंबुलेंस चलाने का निर्णय लिया है। इसलिए सभी एंबुलेंस को हैंडओवर किया जा रहा है। बुधवार से नए चालकों से सेवा बहाल कराई जाएगी। इस मौके पर एसडीएम पूजा यादव, कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, बहिलपुरवा थाना प्रभारी दीनदयाल सिंह, अस्पताल चौकी प्रभारी शिवकुमार यादव फोर्स के साथ रहे।