आंदोलन से 25 लाख की राजस्व वसूली प्रभावित
घोटाले में फंसी भविष्य निधि की रकम के भुगतान की मांग को लेकर विद्युत कर्मियों के विभिन्न संगठन अपने अपने तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आंदोलन दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा वहीं राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन 20 से 23 नवंबर तक कार्य बहिष्कार करने की घोषणा की है।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : घोटाले में फंसी भविष्य निधि की रकम के भुगतान की मांग को लेकर विद्युत कर्मियों के विभिन्न संगठन अपने अपने तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आंदोलन दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा वहीं राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन 20 से 23 नवंबर तक कार्य बहिष्कार करने की घोषणा की है। आंदोलन के चलते 25 लाख रुपये की राजस्व वसूली प्रभावित हुई है।
कर्मचारी संगठनों ने निर्णय लिया कि धरने के दौरान कर्मी कार्यालय पहुंचेंगे लेकिन कार्य नहीं करेंगे। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन में हुए 4122 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर कई खेमों में बंटे कर्मचारी श्रम संगठन/संघ ने अलग-अलग आंदोलन की घोषणा की है। दो दिनों से चल रहे आंदोलन में संविदा कर्मी शामिल नहीं हुए। इससे फील्ड का कार्य प्रभावित नहीं हुआ लेकिन लगभग 25 लाख की राजस्व वसूली प्रभावित हुई। संविदाकर्मियों का मानना है कि उनके पीएफ कटौती की जिम्मेदारी एक निजी संस्था की होती है, ऐसे में उनके आंदोलन का कोई औचित्य नहीं है। वहीं कई संगठनों के जोड़ से बने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया है। जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने 20 से 23 नवंबर तक कार्य बहिष्कार की घोषणा की है।