डीजल इंजन की 232 ट्रेनें हुईं इलेक्ट्रिक
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पूर्व मध्य रेलवे अब ट्रेनों को डीजन इंजन की बजाए इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। तीव्र गति से किए जा रहे कार्य का परिणाम है कि पूर्व मध्य रेल का मुगलसराय मंडल न सिर्फ पूर्व मध्य रेल का प्रथम शत प्रतिशत विद्युतीकरण मंडल हो गया है बल्कि यह पूरे भारतीय रेल का भी पहला विद्युतीकरण मंडल बन गया है। अप्रैल 201
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने अब ट्रेनों को डीजल इंजन की बजाए इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। तीव्र गति से किए जा रहे कार्य का परिणाम है कि पूर्व मध्य रेल का मुगलसराय मंडल न सिर्फ पूर्व मध्य रेल का प्रथम शत प्रतिशत विद्युतीकरण मंडल हो गया है बल्कि यह पूरे भारतीय रेल का भी पहला विद्युतीकरण मंडल बन गया है। अप्रैल 2018 से अब तक 232 ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो चुका है। वहीं डीजल के मद में 153.73 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
विद्युत इंजन से ट्रेनों के चलाने से जहां एक ओर रेल परिचालन में सुविधा होगी वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण में भी सहायता मिलेगी। पूर्व मध्य रेल द्वारा रेलखंडों के पूर्ण विद्युतीकरण का लक्ष्य प्राप्ति के क्रम में बचे हुए रेलखंडों के विद्युतीकरण का कार्य काफी तीव्र गति से चल रहा है। इसी का परिणाम है कि अप्रैल 2018 से पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के कई रेलखंडों सहित अब तक 790 रूट किमी (1164 ट्रैक किमी) का विद्युतीकरण पूरा किया जा चुका है। किउल-गया, आरा-सासाराम, मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज-वाल्मीकिनगर, सगौली-रक्सौल, फतुहा-इस्लामपुर, दनियावां-बिहार शरीफ, कोडरमा-हजारीबाग सहित कई रेलखंडों पर डीजल लोको के बजाए इलेक्ट्रिक लोको का परिचालन प्रारंभ किया गया है। अप्रैल 2018 से अब तक इन रेलखंडों पर 232 ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो चुका है। 790 रूट किमी विद्युतीकरण के उपरांत अप्रैल 2018 से अब तक 85 डीजल लोको को परिचालन से हटाया गया जिससे वित्तीय वर्ष 2018-19 के मुकाबले 23 हजार 141 किलोलीटर डीजल की बचत की गई है जिससे डीजल के मद पर होने वाले 153.73 करोड़ रुपये की बचत हुई है।