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गंभीर रोगी न हो परेशान, समितियां स्वास्थ्य का रखेंगी ख्याल

वैश्विक महामारी के दौरान गांवों में किडनी हृदय व श्वांस से गंभीर मरीज परेशान न हों। जिला प्रशासन ने गंभीर रोगियों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम किया है। प्रवासियों पर नजर रखने को गांवों में गठित निगरानी समितियां गंभीर रोगियों का भी ख्याल रखेंगी। समिति के सदस्य प्रतिदिन 50 रोगियों से बात कर उनके स्वास्थ्य का विवरण जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jun 2020 05:44 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 05:44 PM (IST)
गंभीर रोगी न हो परेशान, समितियां स्वास्थ्य का रखेंगी ख्याल
गंभीर रोगी न हो परेशान, समितियां स्वास्थ्य का रखेंगी ख्याल

जागरण संवाददाता, चंदौली : वैश्विक महामारी के दौरान गांवों में किडनी, हृदय व श्वांस से गंभीर मरीज परेशान न हों। जिला प्रशासन ने गंभीर रोगियों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम किया है। प्रवासियों पर नजर रखने को गांवों में गठित निगरानी समितियां गंभीर रोगियों का भी ख्याल रखेंगी। समिति के सदस्य प्रतिदिन 50 रोगियों से बात कर उनके स्वास्थ्य का विवरण जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे। साथ ही गंभीर रोगियों की पूरी सूची देनी होगी। ताकि उन्हें आवश्यकतानुसार दवा, इलाज मुहैया कराया जा सके।

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लॉकडाउन के चलते अस्पतालों में ओपीडी सही ढंग से संचालित नहीं हो पा रही है। अधिकांश चिकित्सक कोविड-19 की ड्यूटी में फंसे रहते हैं। इसके चलते खासतौर से गंभीर मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में चिकित्सकों के न मिलने से दवा व परामर्श लेने के लिए तमाम तरह की दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। ऐसे में प्रशासन मरीजों की मदद के लिए आगे आ गया है। गैर प्रांत व महानगरों से नौकरी गंवाकर गांवों में आने वाले प्रवासियों पर नजर रखने के लिए निगरानी समितियां गठित की गई हैं। समितियों को अब गांवों में गंभीर मरीजों की निगरानी की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। समितियों के सदस्यों को प्रतिदिन गांव में 50 किडनी, हृदय रोग, श्वांस व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों से बात कर उनके स्वास्थ्य का पूरा विवरण तैयार करना होगा। वहीं शाम को नोडल अधिकारियों को उपलब्ध कराना होगा। जिला प्रशासन गंभीर रोगियों के इलाज की व्यवस्था कराएगा। जिला प्रशासन ने कोविड-19 संक्रमण के दौर में जीरो टारगेट मृत्युदर का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके मद्देनजर अधिकारियों-कर्मचारियों को पूरी ईमानदारी के साथ काम करने की हिदायत दी गई है।

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वर्जन :

'प्रवासियों की निगरानी को गांवों में गठित समितियां गंभीर मरीजों का भी ख्याल रखेंगी। समितियों को प्रतिदिन 50 मरीजों से बात कर उनके स्वास्थ्य का विवरण अधिकारियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसमें लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी।


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