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सफाई व संरक्षण से बहुरेंगे तालाबों के दिन, जल की नहीं होगी कमी

जागरण संवाददाता नौगढ़ (चंदौली) धरती पर जीवन के लिए जरूरी है कि बूंद-बूंद पानी को सहेज

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 07:28 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 07:28 PM (IST)
सफाई व संरक्षण से बहुरेंगे तालाबों के दिन, जल की नहीं होगी कमी
सफाई व संरक्षण से बहुरेंगे तालाबों के दिन, जल की नहीं होगी कमी

जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली) : धरती पर जीवन के लिए जरूरी है कि बूंद-बूंद पानी को सहेजा जाए। लोगों में जल संचय के प्रति जागरूकता लाने और गांवों में बने तालाबों को बचाने की जागरण की मुहिम रफ्तार पकड़ने लगी है। इसके लिए लोग तालाबों की सफाई व संरक्षित करने को लेकर काफी उत्सुक हैं।

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मंगलवार को विकास खंड के मरवटिया गांव में प्रधान ब्रह्मा वनवासी के नेतृत्व में सफाई अभियान चलाया गया। इस पुनीत कार्य को शुरू करने से पहले लोगों ने इसे बचाने का संकल्प लिया। उपेक्षा के चलते यह तालाब जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। प्रधान व ग्रामीणों ने श्रमदान कर सुंदरीकरण कराने का संकल्प लिया। लोगों ने पोखरे के किनारे वन विभाग के सहयोग से छायादार पौधे लगाने की योजना भी बनाई है। कहा कि जल संरक्षण से काफी सहूलियत मिलेगी। इसे हर हाल में रमणीय एवं मनोरम बनाया जाएगा। यह पोखरा गांव की पहचान है। लगातार गिर रहे जल स्तर को सुधारने के लिए जिले में मनरेगा से बने तालाबों को बड़े पैमाने पर जल संचयन के लिए मुफीद माना जा रहा है।

बोले ग्रामीण- तालाब का कायाकल्प और होगी हरियाली त्योहार व खास अवसरों पर तालाब किनारे ही पूजा पाठ किया जाता है। तालाब में गाय, भैंस समेत अन्य जलीय जीव-जंतु भी अपनी प्यास बुझाते हैं। किसान खेतों की सिचाई भी इसके जल का उपयोग करते हैं। लेकिन अब तालाब का दायरा सिमटता जा रहा है। कभी दूर-दराज से पक्षियों का झुंड इसका शोभा बढ़ाता था और पक्षियों के करलव से फिजा गुंजायमान रहती थी। पंख पसारे सफेद बगुले मोतियों से प्रतीत होते थे। तालाब के किनारे यानी भीटे पर पेड़-पौधों का अभाव है। हरियाली नहीं होने से तालाब की रौनक फीकी लगती है। तालाब के किनारे पौधारोपण कर इसे हरा भरा बनाने का संकल्प लेते हैं।

सर्फुद्दीन

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जल है तो कल है और यही जीवन का असली सच है। हम सभी को यह बात समझनी होगी। हमें पानी के दोहन से बचना होगा। तालाब कुओं और वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम को लागू कर भूगर्भ के जल स्तर को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है कि वह जल स्त्रोतों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।

अनीश यादव

----------------------- हमें अपने क्षेत्र के सभी तालाबों और कुओं को संरक्षित करना है। अगर वह सुरक्षित रहेंगे, तो हम लोग सुरक्षित रहेंगे। आने वाले समय में जल ही सबसे बड़ी समस्या होगी। अगर हम इसको बचा लेते हैं तो हमारे आने वाली पीढ़ी को इस समस्या से निजात मिलेगी। इसलिए हम सभी को समझाएं कि जल बेहद महत्वपूर्ण तत्व, उसे जरूर बचाएं।

जगजीवन ग्राम पंचायत के तालाबों को सुरक्षित रखने कि यह एक अच्छी पहल है। हम इस तालाब को सुरक्षित रखने में युवाओं का पूरा सहयोग करेंगे साथ ही इसकी साफ-सफाई कराई जाएगी। घाटों का सुंदरीकरण कर सोलर लाइट का प्रबंध भी कराया जाएगा। इसके भीटे पर पौधारोपण की योजना भी बनाई गई है।

ब्रह्मा वनवासी, ग्राम प्रधान।


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