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अतुल वत्स : जहां हुई तैनाती रहे विवादित

जनपद में प्रशिक्षु आइएएस के रूप में एक वर्ष पूर्व आए अतुल वत्स का विवादों से पुराना नाता है। बीते 11 जुलाई को तत्कालीन उप जिलाधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना के रूप में अतुल वत्स द्वारा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भारी बारिश के बीच औचक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. अजय प्रताप सिंह ने उपजिलाधिकारी पर दु‌र्व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया था। इसको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अपने पद से इस्तीफा देने का पत्रक सौंपा था। तत्कालीन जिलाधिकारी की पहल पर किसी तरह मामले को रफा-दफा कराया गया था।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 06:41 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 06:41 PM (IST)
अतुल वत्स : जहां हुई तैनाती रहे विवादित
अतुल वत्स : जहां हुई तैनाती रहे विवादित

जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद में प्रशिक्षु आइएएस के रूप में एक वर्ष पूर्व आए अतुल वत्स का विवादों से पुराना नाता है। बीते 11 जुलाई को तत्कालीन उप जिलाधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना के रूप में अतुल वत्स द्वारा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भारी बारिश के बीच औचक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा.अजय प्रताप सिंह ने उपजिलाधिकारी पर दु‌र्व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया था। इसको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक समेत कई चिकित्सकों ने जिलाधिकारी को सामूहिक इस्तीफा देने का पत्रक सौंपा था। तत्कालीन जिलाधिकारी की पहल पर किसी तरह मामले को रफा-दफा कराया गया था। इतना ही नहीं इनके एएसएलओ बनने के कुछ ही दिन बाद करोड़ों के घोटाले में घिरे भूमि अध्याप्ति विभाग के कार्यालय में छुट्टी के दिन अचानक आग लग गई। हालांकि इसे प्रशासन द्वारा शार्ट-सर्किट बताया गया, मगर आमचर्चा में इसे लोग संदिग्ध ही बताया जाता रहा। वर्तमान में महिला ग्राम विकास अधिकारी व सदर एसडीएम का विवाद सुर्खियां बटोर रहा है।

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मुहम्मदाबाद गोहना एसडीएम पद पर तैनाती के दौरान सिर्फ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक से ही नहीं वरन तहसील अधिवक्ता संघ से भी खूब ठनी थी। इसके चलते पिछले वर्ष दिसंबर माह में कई दिनों तक अधिवक्ताओं द्वारा तहसील का बहिष्कार चलता रहा। इसी तरह सदर एसडीएम के रूप में तैनाती के दौरान बीते अक्टूबर माह में एसडीएम ने अधिवक्ता को अपने चैंबर से निकाल दिया था। इसको लेकर अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन करते हुए तहसील का घेराव किया था। अभी यह प्रकरण समाप्त ही नहीं हुआ था कि कोपागंज की महिला वीडीओ के साथ मारपीट व कपड़ा फाड़ने का प्रकरण गरम है।


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