धान के खेतों में पानी, किसान हलकान
नरवन में धान की फसल पककर तैयार है लेकिन खेतों में पानी लगने से अनाज के कमजोर होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों का कहना कि यदि आने वाले दिनों में भी पानी लगा रहा तो मड़ाई का कार्य तो प्रभावित होगा ही बालियां भी कमजोर होंगी। खरीफ के चालू सीजन में प्र
जासं, बरहनी (चंदौली) : नरवन में धान की फसल पककर तैयार है लेकिन खेतों में पानी लगने से अनाज के कमजोर होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों का कहना कि यदि आने वाले दिनों में भी पानी लगा रहा तो मड़ाई का कार्य तो प्रभावित होगा ही बालियां भी कमजोर होंगी।
खरीफ के चालू सीजन में प्रकृति के साथ देने से धान की फसल की पर्याप्त सिचाई हुई है। बारिश के कारण फसल में खैरा, झुलसा, पत्तियों के पीला व सफेद होना आदि रोग भी नहीं लगा है। ऐसे में किसान उपज बेहतर होने की उम्मीद लगाए हुए हैं लेकिन विडंबना कि खेतों में अभी भी पानी लगा हुआ है। पानी की अधिकता के कारण धान की बालियों के कमजोर होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों का कहना कि पककर तैयार फसल में पानी नहीं होना चाहिए। पानी रहने से पैदावार पर विपरीत असर पड़ेगा।