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13 सिलेंडर सीज, डेयरी संचालक पर होगा मुकदमा

सदर एसडीएम विजयनारायण सिंह ने खाद्य सुरक्षा व आपूर्ति विभाग की टीम के साथ गुरुवार को मुख्यालय स्थित डेयरी में छापेमारी की। घरेलू सिलेंडर का इस्तेमाल व्यावयासिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा था। वहीं खोया छेना पनीर आदि की गुणवत्ता भी मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। इस पर 13 सिलेंडर सीज कर दिए गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 04:31 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 04:31 PM (IST)
13 सिलेंडर सीज, डेयरी संचालक पर होगा मुकदमा
13 सिलेंडर सीज, डेयरी संचालक पर होगा मुकदमा

जागरण संवाददाता, चंदौली : सदर एसडीएम विजयनारायण सिंह ने खाद्य सुरक्षा व आपूर्ति विभाग की टीम के साथ गुरुवार को मुख्यालय स्थित एक डेयरी में छापेमारी की। घरेलू सिलेंडर का इस्तेमाल व्यावयासिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा था। वहीं खोया, छेना, पनीर आदि की गुणवत्ता भी मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। इस पर 13 सिलेंडर सीज कर दिए गए। खाद्य पदार्थों का सैंपल लिया गया। सैंपल जांच के लिए लखनऊ लैब भेजा जाएगा। एसडीएम ने डेयरी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया।

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एसडीएम को शिकायत मिली थी कि डेयरी संचालक की ओर से खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी की जाती है। वहीं निर्धारित से अधिक कीमत भी वसूली जा रही है। इस पर एसडीएम दलबल के साथ डेयरी पहुंचे। अफसरों व पुलिस टीम को देखते ही डेयरी संचालक, कारीगर व मजदूरों में खलबली मच गई। अधिकारियों की टीम ने जांच की तो व्यावसायिक कार्यों के लिए घरेलू सिलेंडर का इस्तेमाल होता पाया गया। मौके पर 13 सिलेंडर मिले। इसके अलावा दूध, खोया, छेना, पनीर आदि की गुणवत्ता भी मानक के अनुरूप नहीं थी। डेयरी में सफाई व्यवस्था भी नदारद थी। इस पर एसडीएम ने गहरी नाराजगी जताई। सिलेंडर को सीज करने के साथ ही डेयरी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया। खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन की टीम ने खाद्य पदार्थों का सैंपल लिया। बताया कि सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम बोले, घरेलू सिलेंडर का व्यावसायिक इस्तेमाल प्रतिबंधित है। डेयरी संचालक पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करने वाले दुकानदार बख्शे नहीं जाएंगे।

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होली-दीपावली पर ही विभाग होता है सक्रिय

खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन की कार्यप्रणाली हमेशा सवालों के घेरे में रही है। विभाग होली-दीपावली के दौरान सक्रिय होता है। कुछ दुकानों पर छापेमारी कर दायित्वों की इतीश्री कर ली जाती है। इसके बाद मिलावटखोरी का खेल दोबारा जारी हो जाता है। दुकानदार अधिक मुनाफा के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। जबकि जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं।


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