बूथों पर कराएंगे वोटिग, खुद मतदान से रहेंगे वंचित
जागरण संवाददाता चंदौली जिले के 5823 मतदाताओं को इस बार वोट देने का मौका नहीं मिलेगा। ये
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिले के 5823 मतदाताओं को इस बार वोट देने का मौका नहीं मिलेगा। ये मतदान कार्मिक के तौर पर बूथों पर मतदान कराएंगे। हालांकि खुद मतदान से वंचित रहेंगे। दरअसल पंचायत चुनाव में पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा नहीं मिलती है। इसको लेकर मतदान कार्मिकों में मलाल है। उनके अनुसार पंचायत चुनाव में भी पोस्टल बैलेट की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि लोकतंत्र के महापर्व में अपना योगदान दे सकें। जिले में पंचायत चुनाव कराने को सकुशल संपन्न कराने के लिए 9423 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें 20 फीसद यानी 1555 कार्मिकों को रिजर्व में रखा जाएगा। इन्हें बूथों पर न भेजकर ब्लाक मुख्यालयों पर हमेशा अलर्ट रखा जाएगा। यदि कहीं जरूरत पड़ी तो रिजर्व पोलिग पार्टी को रवाना किया जा सकता है। इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए एक जनपद एक चरण प्रक्रिया लागू की है। इसके तहत जनपद के सभी ब्लाकों में एक साथ मतदान कराया जाएगा। मतदान की प्रक्रिया सुबह सात से शाम छह बजे तक चलेगी। मतदान कार्मिकों में 5823 जनपदवासी हैं। जिले के विभिन्न विद्यालयों में नियुक्त शिक्षक और विभागीय कर्मचारियों को मतदान कार्मिक बनाया गया है। मतदान के दिन वे बूथों पर ड्यूटी करेंगे। इस दौरान लोगों से मतदान कराएंगे, जबकि उन्हें खुद मतदान करने का मौका नहीं मिलेगा। दरअसल, पहले के चुनावों में एक साथ पूरे जनपद में मतदान नहीं होता है। एक जिले में लगभग दो चरणों में मतदान होता था। ऐसे में पहले चरण में चुनाव कराने वाले कार्मिक दूसरे चरण में अपने घर पर रहते थे। उन्हें मतदान करने का मौका मिल जाता था। हालांकि इस बार ऐसा नहीं होगा। इसको लेकर कार्मिकों में मलाल है। पंचायत चुनाव में दर्जनों मतदान कार्मिक ऐसे हैं, जिनके परिवार का कोई सदस्य अथवा सगा-संबंधी चुनाव लड़ रहा है। ऐसे में एक-एक मत का महत्व रहता है। ऐसे में कार्मिकों के अनुसार पोस्टल बैलेट की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि कार्मिक भी पसंदीदा उम्मीदवार को अपना मत दे सकें। ------ ' पंचायत चुनाव में पोस्टल बैलेट से मतदान की कोई व्यवस्था नहीं होती है। इसलिए चुनाव ड्यूटी में लगे जनपदवासी कार्मिक वोट नहीं डाल सकेंगे। उन्हें निर्धारित अवधि पर बूथों पर रहकर मतदान कराना होगा।
कैलाश यादव, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी