संक्रमित और मौतें बढ़ीं तो बढ़ चला वैक्सीनेशन
जागरण संवाददाता चंदौली कोरोना की दूसरी लहर में जहां मरीजों की तादाद बढ़ी है वहीं व
जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना की दूसरी लहर में जहां मरीजों की तादाद बढ़ी है, वहीं वैक्सीनेशन का ग्राफ भी बढ़ गया है। अति पिछड़े जिले के आंकड़ों पर गौर करें तो मार्च के दूसरे पखवारे और अप्रैल माह में वैक्सीनेशन का ग्राफ लगभग पांच से छह गुना बढ़ा है। संक्रमण और मौतें बढ़ने के साथ ही लोगों में भय सता रहा है। वे बूथों पर पहुंचकर वैक्सीन की डोज लगवा रहे हैं। इसके चलते जनवरी और फरवरी में नियमित 700 से 800 लोगों के टीकाकरण के सापेक्ष अब औसतन रोजाना 2500 लोगों को राहत की डोज लग रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिताएं मिट गई हैं। वहीं लोगों का सुरक्षा चक्र भी मजबूत हो रहा है। जिले में शासन के निर्देश पर 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरूआत हुई थी। 1300 के लक्ष्य के सापेक्ष महज 543 ने ही चार बूथों पर टीका लगवाया था। कमोवेश यही स्थिति अन्य तिथियों पर ही रहा। आमजन की कौन कहे, चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी भी कोविड वैक्सीन लगवाने से कतराते रहे। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लाख कवायदों के बावजूद कभी भी टीकाकरण का ग्राफ 27 फीसद से ऊपर नहीं जा सका। हालांकि मार्च और अप्रैल माह में जब कोरोना संक्रमण ने रिकार्ड तोड़ना शुरू किया तो लोग सशंकित हो उठे। कोविड वैक्सीन संक्रमण तो रोक नहीं सकती, लेकिन सच्चाई यह है कि संक्रमितों के लिए सुरक्षा कवच का काम करती है। ऐसे में लोग टीकाकरण के प्रति सचेत हुए हैं। इससे टीकाकरण का ग्राफ बढ़कर अब 50 फीसद से उपर पहुंच गया है। टीका उत्सव के दौरान तीन दिनों में लगभग 12 हजार लोगों ने बूथों पर टीका लगवाया है। स्वास्थ्य विभाग की पहल कारगर
स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए जिले में बूथों की संख्या भी बढ़ा दी है। पहले चार-पांच बूथों तक टीकाकरण सीमित रहा, लेकिन अब जिले में 17 बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। इन बूथों पर छुट्टी के दिन भी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
निजी अस्पताल साबित हो रहे फिसड्डी
कोरोना टीकाकरण के लिए अधिग्रहित किए गए निजी अस्पताल अभियान में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। इन अस्पतालों में 250 रुपये देकर टीका लगवाने में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। इससे निजी अस्पतालों में टीकाकरण का ग्राफ नहीं बढ़ रहा है। -----
' जिले में 17 बूथों पर टीकाकरण कराया जा रहा है। यहां पंजीकृत 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है। जो लोग टीकाकरण से वंचित हैं, वे भी पंजीकरण कराकर राहत की डोज लगवा लें। कोरोना टीका पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है।
डॉ. डीके सिंह, एसीएमओ