भरे जाएंगे शिक्षकों के खाली पद, सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था
जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद जल्द भरे जाएंगे। आठ खाली पदों पर पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। शासन के फरमान के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद जल्द भरे जाएंगे। आठ खाली पदों पर पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। शासन के फरमान के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए जनपद में नौ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हैं। स्कूलों में शिक्षकों के आठ पद काफी दिनों से रिक्त हैं। इसके चलते पठन-पाठन में व्यवधान आ रहा था। शासन ने कस्तूरबा विद्यालयों में पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति का निर्देश दिया है। इसके बाद रिक्त पदों को भरने की कवायद शुरू कर दी गई है। चार पदों के लिए विभाग को स्थानीय स्तर पर निर्णय लेना होगा। जबकि चार पदों पर नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजकर मार्गदर्शन प्राप्त करना अनिवार्य होगा। शासन के निर्देशानुसार विभाग आगे की कार्रवाई करेगा।
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पूर्णकालिक शिक्षकों के लिए टीइटी जरूरी
कस्तूरबा विद्यालयों में हिदी, अग्रेजी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषय के लिए पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीइटी अनिवार्य कर दिया गया है। जबकि कला, शारीरिक शिक्षा व कंप्यूटर के लिए अंशकालिक शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। पहले शिक्षिकाओं को नौ माह 29 दिन के लिए अनुबंध किया जाता था। राज्य परियोजना निदेशक ने अगस्त माह के अंत तक शिक्षिकाओं व कर्मियों के संविदा की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है।
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परिषदीय स्कूलों में दो हजार पद रिक्त
परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के दो हजार पद रिक्त हैं। इसके चलते पठन-पाठन में बाधा आती है। शासन स्तर से नियुक्ति के दौरान जिले को भी कुछ नए शिक्षक मिलते हैं। लेकिन अभी तक कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है।
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वर्जन :
' जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षकों के आठ पद रिक्त हैं। शासन से मार्गदर्शन प्राप्त कर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। रिक्त पद भरे जाने से पठन-पाठन की व्यवस्था सु²ण होगी।
भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए