..तब अटल जी के सामने प्रस्तुत की उनकी जीवनी
प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए काम कत्तई आसान नहीं था। अटल बिहारी वाजपेयी मंच पर मौजूद थे और उनके सामने उनका राजनीतिक सफर और जीवनी प्रस्तुत करनी थी। लेकिन प्रधानाध्यापक स्वर्गीय सूर्यनाथ तिवारी के विद्यार्थियों ने ऐसी प्रस्तुति दी की खुद अटल जी भी मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रधानाध्यापक और बच्चों को मंच पर बुलवाया। पीठ थपथपाने के साथ ही फोटो भी ¨खचवाई। वाकया 199
जागरण संवाददाता, चंदौली : प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए काम कत्तई आसान नहीं था। अटल बिहारी वाजपेयी मंच पर मौजूद थे और उनके सामने उनका राजनीतिक सफर और जीवनी प्रस्तुत करनी थी। लेकिन प्रधानाध्यापक स्वर्गीय सूर्यनाथ तिवारी के विद्यार्थियों ने ऐसी प्रस्तुति दी की खुद अटल जी भी मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रधानाध्यापक और बच्चों को मंच पर बुलवाया। पीठ थपथपाने के साथ ही फोटो भी ¨खचवाई, वाक्या 1998 का है। जब लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान वह जनपद मुख्यालय पर सभा को संबोधित करने आए थे।
सदर ब्लाक के गोपई गांव निवासी स्वर्गीय सूर्यनाथ तिवारी तब प्राथमिक विद्यालय विशुनपुरा में प्रधानाध्यापक थे। उन्हें बताया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जिला मुख्यालय पर चुनाव प्रचार कार्यक्रम को संबोधित करने आने वाले हैं। कम समय में बच्चों से लोकगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत करवाना है। सूर्यनाथ तिवारी के पुत्र संतोष तिवारी अपने बाबूजी की स्मृतियों के हवाले से बताते हैं कि बाबूजी ने तैयारी शुरू कर दी। लोकगीत के जरिए अटल जी के राजनीतिक सफर प्रस्तुत करने की बाबत बच्चों को सिखाना शुरू कर दिया। जिस दिन अटल जी का मुख्यालय पर आगमन हुआ उस दिन उनके संबोधन से ठीक पहले बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्रस्तुति इतनी अच्छी थी कि अटल जी भी तारीफ किए बगैर नहीं रह सके। जब कार्यक्रम समाप्त हुआ तो उन्होंने अपने किसी नजदीकी के जरिए बच्चों और प्रधानाध्यापक सूर्यनाथ तिवारी को मंच पर बुलवाया। सभी की तारीफ की बच्चों को दुलारा, पीठ थपथपाई और उनके आग्रह पर फोटो भी ¨खचवाई। संतोष तिवारी बताते हैं कि जब तक पिता जी ¨जदा रहे अटल बिहारी वाजपेयी के साथ बिताए गए उस पल को याद करते रहे। उनके साथ ¨खचाई गई तस्वीर को किसी मूल्यवान वस्तु की तरह सहेज कर अपने पास रखे रहे।