तहसील अध्यक्ष समेत आठ लेखपाल निलंबित, 23 को नोटिस
वेतन वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल कर कार्य बहिष्कार किए लेखपालों पर गाज गिरना शुरू हो गया है। गुरुवार को एसडीएम सीपू गिरी ने लेखपाल संघ तहसील अध्यक्ष सहित तीन पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वही नौगढ़ में तहसीलदार आनंद कनौजिया ने 23 लेखपालों को नोटिस जारी करते हुए कार्य पर लौटने का निर्देश दिया है। विभागीय कार्रवाई से लेखपालों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : एस्मा लागू होने के बाद भी धरना दे रहे लेखपालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई है। चंदौली और सकलडीहा में पांच लेखपालों के निलंबन के बाद गुरुवार को चकिया और नियामताबाद के आठ लेखपालों को एसडीएम ने निलंबित कर दिया। जबकि नौगढ़ के 23 लेखपालों को नोटिस जारी की गई। शुक्रवार से वे काम पर नहीं लौटे तो कइयों पर गाज गिर सकती है।
चकिया प्रतिनिधि के अनुसार वेतन वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर धरना दे रहे लेखपालों पर गुरुवार को आखिरकार गाज गिर ही गई। गुरुवार को एसडीएम सीपू गिरी ने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष सहित तीन पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसडीएम के अनुसार शासन के कड़े निर्देश के बाद लेखपाल कार्य पर नहीं लौट रहे। इससे विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। आम जनता हाल परेशान है। चेतावनी के बाद भी लेखपाल काम पर नहीं लौट रहे। इससे प्रशासन की अनुमति पर एसडीएम ने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष संदीप चौबे, मंत्री सुनील सिंह व कोषाध्यक्ष शोभित कुमार गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। नौगढ़ तहसील में 23 लेखपालों को नोटिस जारी करते हुए कार्य पर लौटने की हिदायत दी गई है।
नियामताबाद प्रतिनिधि के अनुसार मुगलसराय एसडीएम कुमार हर्ष ने गुरुवार को पांच लेखपालों को निलंबित कर दिया। इनमें उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के मंडल मंत्री शमशेर सिंह यादव, तहसील अध्यक्ष इंद्रप्रकाश मिश्र, उपाध्यक्ष राकेश सिंह, मंत्री सुशील कुमार व सलमान शामिल हैं। एसडीएम ने बताया पांच लेखपालों को निलंबित किया गया है। साथ ही अन्य हड़ताली लेखपालों को भी काम पर लौटने की चेतावनी दी गई है। लेखपाल काम पर नहीं लौटेंगे तो उन्हें भी निलंबित किया जाएगा। तहसील प्रशासन की इस कार्रवाई से लेखपालों में खलबली मची है।