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शासन के राडार पर पैन कार्ड बदलने वाले शिक्षक, होगा सत्यापन

नियुक्ति के बाद अभिलेखों में फेरबदल करने वाले शिक्षक शासन के राडार पर है। जिले में आठ ऐसे शिक्षकों को चिह्नित किया गया है जिन्होंने नियुक्ति के कुछ दिनों बाद अपना पैन कार्ड बदल दिया था। नए पैन कार्ड के आधार पर उनके खाते में वेतन का भुगतान किया जा रहा है। वहीं समान नाम व जन्मतिथि वाले शिक्षकों पर भी शासन की नजर है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 06:08 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 06:08 PM (IST)
शासन के राडार पर पैन कार्ड बदलने वाले शिक्षक, होगा सत्यापन
शासन के राडार पर पैन कार्ड बदलने वाले शिक्षक, होगा सत्यापन

जागरण संवाददाता, चंदौली : नियुक्ति के बाद अभिलेखों में फेरबदल करने वाले शिक्षक शासन के राडार पर है। जिले में आठ ऐसे शिक्षकों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने नियुक्ति के कुछ दिनों बाद अपना पैन कार्ड बदल दिया था। नए पैन कार्ड के आधार पर उनके खाते में वेतन का भुगतान किया जा रहा है। वहीं समान नाम व जन्मतिथि वाले शिक्षकों पर भी शासन की नजर है। शासन ने बीएसए को ऐसे आठ शिक्षकों की डिटेल भेजकर सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।

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अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद शिक्षा विभाग अलर्ट हो गया है। शासन ने पड़ताल शुरू कराई, तो विभिन्न जिलों में शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में संबंधित शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। अतिपिछड़े जिले पर भी शासन की नजर है। मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों की ओर से अपलोड की जाने वाली डिटेल की पड़ताल की जा रही है। शिक्षकों का नाम, पता, शैक्षिक अभिलेख, बैंक दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। शासन ने बीएसए को आठ ऐसे शिक्षकों का डाटा उपलब्ध कराया है, जिन्होंने नियुक्ति के बाद अपना पैन नंबर बदल दिया था। विभाग का मानना है कि पैन कार्ड खोने की वजह से शिक्षकों ने ऐसा किया होगा। लेकिन शासन इसकी तहकीकात कराने के मूड में है। इसलिए बीएसए को संबंधित शिक्षकों की जांच कर जल्द रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा समान नाम व जन्मतिथि वाले शिक्षकों पर भी नजर है। ऐसे अध्यापकों की सेवा पुस्तिका व अन्य डिटेल खंगाली जा रही है। इसके जरिए पुष्टि की जा रही है कि कहीं एक ही शिक्षक कई स्कूलों में नियुक्ति कराकर कई बार वेतन तो नहीं ले रहे हैं। शासन की सख्ती से शिक्षकों में खलबली मची है।

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एक दर्जन शिक्षकों पर गिर चुकी है गाज

जिले में एक वर्ष पूर्व दर्जन भर शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के सहारे ड्यूटी करते मिले थे। सत्यापन के दौरान शिक्षकों के बीएड के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे। इस पर शिक्षकों को बर्खास्त करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं शिक्षकों से वेतन की रिकवरी के लिए नोटिस भी जारी की गई थी।

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वर्जन :

' शासन मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड डिटेल के आधार पर शिक्षकों का सत्यापन करा रहा है। पैन कार्ड बदलने वाले आठ शिक्षकों का डाटा उपलब्ध कराया गया है। इसकी जांच कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के शिक्षकों का सत्यापन कराया गया था, लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं सामने आई।

भोलेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए


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