किसानों की समस्या को लेकर सपाजन मुखर
पराली सहित खाद व बीज की समस्या को लेकर आंदोलित किसानों को सपाइयों का साथ मिला है। मंगलवार को सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी से मिलकर किसानों की समस्या रखी। पराली जलाने के नाम पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। कहा किसानों का उत्पीड़न हुआ तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
जासं, चंदौली : पराली सहित खाद व बीज की समस्या को लेकर आंदोलित किसानों को सपाइयों का साथ मिला है। मंगलवार को सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी से मिलकर किसानों की समस्या रखी। पराली जलाने के नाम पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। कहा किसानों का उत्पीड़न हुआ तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। वहीं पूर्व सांसद रामिकशुन यादव ने विज्ञप्ति के माध्यम से अपनी बात रखते हुए किसानों को समय से खाद व बीज उपलब्ध कराए जाने की बात कही। शिथिलता बरते जाने पर भाजपा सरकार को घेरा।
सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंपते हुए पराली एकत्र करने में किसानों को आ रही दिक्कतों को दूर किए जाने की मांग की। कहा किसानों के लिए प्रोत्साहन राशि की घोषणा की जाए ताकि पराली का समाधान ढूंढ़ सकें। कहा प्रशासन की कार्रवाई से हार्वेस्टर मालिक और किसान दहशत में हैं। धान की फसल नहीं कटने से गेहूं की बोआई में विलंब हो रहा है। सत्यनारायन राजभर, नफीस अहमद, बाबू लाल यादव, चंद्रभानु यादव, चकरू यादव, जयप्रकाश भारती आदि मौजूद थे। पूर्व सांसद ने उठाई किसानों की समस्या
पूर्व सपा सांसद रामकिशुन यादव ने कहा गेहूं की बोआई का समय है। ऐसे में किसानों को खाद, बीज की नितांत आवश्यकता है। जनपद में खाद, बीज की कमी हो रही है। किसान परेशान हैं। धान की खरीद के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। किसानों का पराली के नाम पर उत्पीड़न और शोषण हो रहा है। मुकदमे लिखे जा रहे हैं और सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाने का काम कर रहे हैं। किसानों के हितों से इनको लेना देना नहीं है। सरकार में किसानों का हित सिर्फ कागजों और घोषणाओं तथा बयानों में ही दिखाई दे रहा है। जमीनी हकीकत कोसों दूर है। पुलिस एफआइआर लिखना बंद करे, मुकदमे वापस लिए जाएं।