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नोटिस भेजना काफी नहीं, अपात्रों से पेंशन की हो रिकवरी

मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गुरुवार को नीति आयोग की प्राथमिकता में शामिल 71 बिदुओं की समीक्षा हुई। इसमें आवास पेंशन मनरेगा समते अन्य योजनाओं को लेकर चर्चा की गई। अपात्रों से पेंशन धनराशि की रिकवरी न होने पर सीडीओ ने नाराजगी जताई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 03:32 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 03:32 PM (IST)
नोटिस भेजना काफी नहीं, अपात्रों से पेंशन की हो रिकवरी
नोटिस भेजना काफी नहीं, अपात्रों से पेंशन की हो रिकवरी

जागरण संवाददाता, चंदौली : मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गुरुवार को नीति आयोग की प्राथमिकता में शामिल 71 बिदुओं की समीक्षा हुई। इसमें आवास, पेंशन, मनरेगा समेत अन्य योजनाओं को लेकर चर्चा की गई। अपात्रों से पेंशन धनराशि की रिकवरी न होने पर सीडीओ ने नाराजगी जताई। बोले, नोटिस जारी करने से काम नहीं चलेगा, अपात्रों से हर हाल में पेंशन धनराशि की रिकवरी होनी चाहिए। इसकी पड़ताल की जाए कि कितने दिनों से अपात्रों के खाते में धनराशि भेजी जा रही थी।

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जनपद में पेंशन लाभार्थियों की पड़ताल कराई गई थी। इसमें 4005 मृतक मिले। जबकि 15 अपात्र पाए गए। वहीं विधवा पेंशन योजना के तहत 13 अपात्र पाए गए। अपात्रों के खाते में पिछले काफी दिनों से पेंशन धनराशि का भुगतान किया जा रहा था। विभाग की ओर से अपात्रों को नोटिस जारी कर दी गई। लेकिन अभी तक रिकवरी नहीं हुई। इस पर सीडीओ ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने पूरे मामले की पड़ताल कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि सत्यापन के बाद तकरीबन तीन हजार पेंशनरों की संख्या बढ़ी है।

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लाभार्थियों की कराई जाए आधार सिडिग

सीडीओ ने कहा, पेंशन समेत अन्य लाभार्थियों की आधार सिडिग कराना जरूरी है। इससे फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी। टीम गठित कर जल्द से जल्द आधार सिडिग का काम पूरा किया जाए। किसी भी सूरत में अपात्रों को योजनाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए। शासन स्तर से योजनाओं की मानीटरिग की जा रही है। ऐसे में विभागाध्यक्ष गंभीर हो जाएं। लापरवाही उजागर होने पर कार्रवाई हो सकती है।

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बच्चों में जल्द कराएं पुस्तकों का वितरण

परिषदीय स्कूलों के बच्चों के लिए 93 फीसद किताबों की आपूर्ति का काम पूरा हो चुका है। लेकिन आपूर्ति के सापेक्ष 10 फीसद बच्चों को पुस्तकें नहीं मिली हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने बच्चों को जल्द किताबें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बोले, विद्यालय बंद होने के चलते बच्चों को घर में ही पढ़ाई करनी पड़ रही है। ऐसे में किताबों के बिना उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।


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