एडीओ पंचायत को नोटिस, छह सीडीपीओ का वेतन रोका
मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शनिवार को विकास भवन सभागार में अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें राज्य पोषण मिशन के प्रगति की समीक्षा की। सीडीओ ने ब्लाकवार योजनाओं की प्रगति का हाल जाना। पोषण मिशन की खराब प्रगति पर चहनियां एडीओ पंचायत को नोटिस जारी की। साथ ही छह सीडीपीओ का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शनिवार को विकास भवन सभागार में अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें राज्य पोषण मिशन के प्रगति की समीक्षा की। सीडीओ ने ब्लाकवार योजनाओं की प्रगति का हाल जाना। पोषण मिशन की खराब प्रगति पर चहनियां एडीओ पंचायत को नोटिस जारी की। साथ ही छह सीडीपीओ का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। योजना के क्रियान्वयन में सुधार और आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण जल्द पूरा न होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नीमल मेहता ने कहा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वजन करने के लिए वेइंग मशीन खरीदने का निर्देश दिया गया है। लेकिन ग्राम प्रधानों और आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आपसी खींचतान के चलते वेइंग मशीन खरीदने की प्रक्रिया अधर में लटक गई है। नियामताबाद ब्लाक में 62, सकलडीहा में 94, चहनिया में 50, नगरीय क्षेत्रों में 100 मशीनें अभी तक नहीं खरीदी जा सकी हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में भी कार्यदायी संस्था तथा प्रधानों की ओर से लापरवाही बरती जा रही। इससे भवन निर्माण का कार्य सुस्त गति से चल रहा है। चहनियां के एडीओ पंचायत की ओर से योजनाओं की ठीक ढंग से निगरानी नहीं करने पर नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया। अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी केंद्र चकिया में भर्ती कराने में लापरवाही करने पर धानापुर, नौगढ़, नियामताबाद, सकलडीहा, सदर तथा चकिया के सीडीपीओ का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। कहा 15 दिसंबर तक सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। इस दौरान सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक संतोष सिंह, स्वच्छता समन्वयक मनोज श्रीवास्तव उपस्थित थे। मिशन कायाकल्प को गति देने का निर्देश
सीडीओ ने मिशन कायाकल्प की प्रगति की भी समीक्षा की। बोले, मिशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में निर्माण कार्य कराया जा रहा। स्कूलों में निर्माण कार्य की गुणवत्ता की हमेशा जांच करते रहें। बीईओ और नोडल अधिकारी लगातार स्कूलों का निरीक्षण करें। इस दौरान किसी प्रकार की अनियमितता सामने आने पर तत्काल रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजें। ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।