फुटकर में प्याज सौ के पार, दुकान नहीं आ रहे खरीदार
आसमान पर पहुंच चुका प्याज का दाम फिलहाल लुढ़कने का नाम नहीं ले रहा है। इससे आमजन मुश्किल में है। बाजार के हालात देखें तो प्याज के दाम और बढ़ने के आसार है। फुटकर में प्याज का भाव सौ के पार होने से दुकानों पर खरीदार नहीं आ रहे हैं। यही नहीं सब्जी की कई दुकानों में प्याज नहीं बिक रहा। महंगाई का तड़का होने से सब्जी व मुर्ग-मुसल्लम का स्वाद फीका पड़ रहा है।
जासं, चकिया (चंदौली) : शीर्ष पर पहुंच चुका प्याज का दाम। फिलहाल लुढ़कने का नाम नहीं ले रहा। इससे आमजन मुश्किल में है। बाजार के हालात देखें तो प्याज के दाम और बढ़ने के आसार हैं। फुटकर में प्याज का भाव सौ के पार होने से दुकानों पर खरीदार नहीं आ रहे। यही नहीं, सब्जी की कई दुकानों में प्याज नहीं बिक रहा। महंगाई का तड़का होने से सब्जी व मुर्ग-मुसल्लम का स्वाद फीका पड़ रहा। ऐसे में जरूरत समझ इनका उपयोग करने वाली गृहणियां हाल परेशान हैं। क्योंकि प्याज व लहसुन के दाम में वृद्धि से रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है। जानकारों का कहना है नासिक (महाराष्ट्र) से खेप नहीं आने से यह समस्या आ रही।
नगर सहित कस्बाई बाजारों में प्याज थोक में 90 से 100 रुपया किलो बिक रहा। वहीं फुटकर दुकानदार इसे 120 रुपया किलो की दर से लोगों को बेच रहे हैं। कई दुकानों पर किलो-दो किलो प्याज ही देखने को मिल रहा। नवंबर माह की शुरुआत में प्याज का भाव 60 रुपया किलो हो गया था। इसी बीच सहालग (शादी विवाह) का दौर तेज हुआ तो भाव में तेजी आ गई। प्याज को लेकर जनता की मुश्किलें व विपक्ष के सवाल उठाने पर सरकार ने नई तरकीब निकाली। उद्यान विभाग को आधार कार्ड पर सस्ते प्याज की बिक्री करने को शासन ने निर्देश दिए। लेकिन बाजार भाव में कमी नहीं आई। महाराष्ट्र से खेप आनी बंद हुई तो व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गईं। इसके बाद कुछ व्यापारियों ने प्याज डंप कर लिया है। अफसरों की छापेमारी बंद होने का फायदा जमाखोर उठा रहे हैं। छोटे दुकानदारों तक प्याज की पहुंच नहीं होने से कस्बाई बाजारों में भाव में उछाल है। मुर्ग-मुसल्लम के शौकीन खासा परेशान हैं। क्योंकि प्याज के साथ ही लहसुन का भाव भी आसमान पर है। स्थानीय उप मंडी के व्यापारियों ने कहा प्याज की अच्छी पैदावार नासिक (महाराष्ट्र) में होती है। वहां प्राकृतिक आपदा के चलते प्याज की फसल को क्षति पहुंची है। इससे प्याज की आवक कम होने के कारण दाम में अधिक बढ़ोतरी हुई।