पुराने कंप्यूटर से तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे गरीब छात्र
जागरण संवाददाता चंदौली भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के पुराने कंप्यूटर से गरीब बच्चे तकनीक
जागरण संवाददाता, चंदौली : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के पुराने कंप्यूटर से गरीब बच्चे तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आइआइटी की मदद से जिले के 150 परिषदीय स्कूलों में लैब स्थापित किए गए हैं। तकनीकी शिक्षक बच्चों को कंप्यूटर की बारीकियां सिखा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने कानपुर आइआइटी से संपर्क साध रहा है। 100 अन्य विद्यालयों को कंप्यूटर से लैस करने की योजना बनाई गई है। ताकि अधिक से अधिक छात्रों को तकनीकी शिक्षा दिलाई जा सके।
नीति आयोग की ओर से अतिपिछड़ा घोषित जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर है। शिक्षा विभाग आयोग के मानकों पर खरा उतरने और रैंकिग में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में परिषदीय स्कूलों में माडल क्लास संचालित कराने व कंप्यूटर से लैस करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए विभाग के पास कोई अतिरिक्त बजट नहीं है। ऐसे में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों से संपर्क साधा गया। आइआइटी ने इसमें दिलचस्पी दिखाई। आइआइटी कानपुर व बीएचयू ने पुरानी तकनीकी के चलते निष्प्रयोज्य हो चुके अपने कंप्यूटर विभाग को उपलब्ध कराए हैं। जिले के 150 विद्यालयों में लैब बनाया गया है। तकनीकी विषयों के शिक्षक बच्चों को कंप्यूटर की बारीकियां सिखा रहे हैं। इससे बच्चों को लाभ मिल रहा है। शिक्षकों को भी तकनीकी युग में विभागीय कामकाज निबटाने में सहूलियत हो रही है। विभाग ने आइआइटी कानपुर से दोबारा संपर्क साधा है। प्रौद्योगिकी संस्थान ने 70 कंप्यूटर उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। विभाग की योजना है कि सभी परिषदीय स्कूलों को कंप्यूटर लैब से लैस कर दिया जाए, ताकि गरीब बच्चे भी कान्वेंट स्कूलों के छात्रों की तरह तकनीकी शिक्षा से वाकिफ हो सकें।
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पुरातन छात्रों से भी मिल रही मदद
परिषदीय स्कूलों के शिक्षा प्राप्त करने के बाद बेहतर मुकाम हासिल करने वाले पुरातन छात्र भी विभाग की मदद कर रहे हैं। पुरातन छात्रों की ओर से परिषदीय स्कूलों में कंप्यूटर लगाने और संसाधनों को विकसित करने के लिए धनराशि मुहैया कराई जाती है। इससे स्कूलों की सूरत बदल रही है।
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परिषदीय स्कूलों में कंप्यूटर लैब स्थापित करने की कवायद शुरू की गई है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से मदद मिल रही है। आइआइटी ने पुराने कंप्यूटर उपलब्ध कराए हैं। फिलहाल 150 स्कूलों में कंप्यूटर लगे हैं। 100 अन्य विद्यालयों में कंप्यूटर लैब बनाए जाएंगे।
संतोष सिंह, जिला समन्वयक, सर्व शिक्षा अभियान