आधार कार्ड नहीं बनने से लोग सरकारी योजना से वंचित
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आधार कार्ड नहीं बनने से क्षेत्रवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दो वर्ष पूर्व सहज जन सेवा केंद्र से आधार कार्ड बनता था। लेकिन अब जन सेवा केंद्र से आधार कार्ड बनना बंद हो गया है। ग्रामीण आधार कार्ड बनवाने को 40 किलोमीटर दूर सोनभद्र और चकिया जा रहे हैं। फिर भी एक बार जाने में उनका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। इससे क्षेत्रवासी हाल परेशान हैं। शमशेरपुर के मनीष शाहपुर के पुन्नू औरवाटाड़ के अशोक ने कहा कई बार सोनभद्र यूनियन बैंक में आधार कार्ड बनवाने गए तो टोकन दिया गया। सात दिन के बाद बुलाने पर भी मेरा नंबर नहीं आया। चार बार दौड़ते दौड़ते किराया 750 रुप
जागरण संवाददाता, नौगढ़ (चंदौली) : नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आधार कार्ड नहीं बनने से क्षेत्रवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। दो वर्ष पूर्व सहज जन सेवा केंद्र से आधार कार्ड बनता था। लेकिन अब जन सेवा केंद्र से आधार कार्ड बनना बंद हो गया है। ग्रामीण आधार कार्ड बनवाने को 40 किलोमीटर दूर सोनभद्र और चकिया जा रहे हैं। फिर भी एक बार जाने में उनका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। इससे क्षेत्रवासी हाल परेशान हैं। शमशेरपुर के मनीष, शाहपुर के पुन्नू, औरवाटाड़ के अशोक ने कहा कई बार सोनभद्र यूनियन बैंक में आधार कार्ड बनवाने गए तो टोकन दिया गया। सात दिन के बाद बुलाने पर भी मेरा नंबर नहीं आया। चार बार दौड़ते दौड़ते किराया 750 रुपए खर्च हो गए। गोलाबाद के लल्लन, बसौली के रामविलास ने कहा कि आधार सुधारने के लिए मैं दर-दर भटक रहा हूं। जिलाधिकारी से आधार कार्ड बनवाने का आश्वासन दिया लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है।