पर्यटकों के लिए खुला पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति संग्रहालय
फोटो- 08 से 10 तक जागरण संवाददाता पड़ाव (चंदौली) वाराणसी-चंदौली की सीमा पर स्थित किसान
फोटो- 08 से 10 तक
जागरण संवाददाता, पड़ाव (चंदौली) : वाराणसी-चंदौली की सीमा पर स्थित किसान गन्ना संस्थान में बने एकात्मवाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल संग्रहालय को गुरुवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। खूबसूरती निहारने के लिए पहले दिन गिने चुने पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों से दस रुपये प्रवेश शुल्क लिया गया जबकि पांच साल के बच्चों को मुफ्त प्रवेश दिया गया। पर्यटक कोरोना काल में यादगार पल को कैमरे में कैद करते हुए दिखे। सात महीने बाद संग्रहालय में चहलपहल दिखी।
जानलेवा बीमारी के बीच सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा गया। लगातार कर्मी सैनिटाइज करते रहे। एकात्म मानववाद के सिद्धांतों को विश्व भर में फैलाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय की 63 फुट ऊंची सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित की गई है। इस स्मारक केंद्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और काल से संबंधित जानकारियां हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम, गोष्ठी सहित अन्य छोटे कार्यक्रमों के लिए एम्फी थिएटर का निर्माण कराया गया है। बीचोबीच लगभग एक गोलाकार स्थल बनाया गया है, जिसके चारों तरफ छह सीढि़यां बनाई गई हैं, जिन पर सफेद और ग्रीन ग्रेनाइट लगाया गया है। पार्क में टहलने के लिए पाथवे बनाया गया है, जिसके किनारे ईंट से डिजाइन बनाई गई है। प्रतिमा के ठीक सामने कुंड का निर्माण किया गया है, जिसमें दो फुट जल सदैव रहता जिसे प्रतिमा की सुंदरता के लिए बनाया गया है। स्थल में इंटरप्रिटेशन वाल पर पंडित जी के विचारों और सिद्धांतों को कलाकृतियों के माध्यम से उकेरा गया है। साथ ही पंडित जी के कुछ चित्र भी बनाए गए हैं। कोरोना की वजह से बंद चल रहे संग्रहालय को अब पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।