फिर सजग होंगी निगरानी समितियां, प्रवासियों पर नजर
कोरोना के नए वैरिएंट ने फिर चुनौती पैदा कर दी है। दूसरी लहर खत्म होने के छह माह के अंदर ओमिक्रोन का खतरा बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना के नए वैरिएंट ने फिर चुनौती पैदा कर दी है। दूसरी लहर खत्म होने के छह माह के अंदर ओमिक्रोन का खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर शासन-प्रशासन अलर्ट हो गया है। गांवों में गठित निगरानी समितियों को दोबारा सक्रिय करने की योजना बनाई गई है। साथ ही गैर प्रांत से आने वाले प्रवासियों पर नजर रखी जाएगी। दूसरी लहर के दौरान बदइंतजामी के चलते आरोपों से घिरे स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को आक्सीजन आपूर्ति, वेंटिलेटर समेत अन्य जरूरी इंतजामों से लैस कर दिया है। हालांकि टीकाकरण को बढ़ाकर सभी को प्रतिरक्षित करना अभी भी बड़ी चुनौती है। इसके लिए विभाग को योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा।
देश में कोरोना के नए वैरिएंट की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन गैर मुल्कों से आने वाले लोगों की रिपोर्ट में डेल्टा से भिन्न लक्षण मिलने से खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर प्रदेश सरकार भी सजग हो गई है। जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। शासन के फरमान के बाद विभाग संक्रमण से बचाव का खाका तैयार करने में जुट गया है। गांवों व नगरों में गठित निगरानी समितियों को दोबारा सक्रिय किया जाएगा। साथ ही गैर मुल्कों व प्रांतों से आने वाले प्रवासियों की विशेष निगरानी होगी। रेलवे स्टेशन पर बाहरियों की स्क्रीनिग के साथ ही बचाव के अन्य उपाय किए जाएंगे। ताकि प्रवासियों के माध्यम से संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। ग्रामीण व नगरीय इलाकों में 800 निगरानी समितियां
जिले के ग्रामीण व नगरीय इलाकों में 800 निगरानी समितियों का गठन किया गया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों की निगरानी व कंट्रोल रूम को सूचनाएं देने का दायित्व सौंपा गया था। समितियों के सदस्य लोगों को कोविड प्रोटोकाल के पालन के लिए जागरूक भी कर रहे थे। फिलहाल दूसरी लहर थमने से समितियां निष्क्रिय हो गई थीं। अब खतरा मंडराने के बाद सदस्यों की जिम्मेदारी दोबारा बढ़ गई है।
' स्वास्थ्य विभाग चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अस्पतालों में संसाधन जुटाए गए हैं। वहीं पूरी सतर्कता बरती जा रही है। लोगों को भी अपने स्तर से सावधानी बरतनी चाहिए। बूथों पर जाकर टीकाकरण जरूर कराएं।
डाक्टर वीपी द्विवेदी, सीएमओ