बिहार में शराब बंदी, जिले में कारोबार बेलगाम
नशे के कारोबार पर नहीं लग रही लगाम आएंदिन पकड़ी जा रही अवैध शराब।
जागरण संवाददाता, चंदौली : बिहार में शराब बंदी क्या हुई जिले में नशे का कारोबार बेलगाम हो गया। आए दिन पुलिस लाखों रुपये मूल्य की अवैध शराब पकड़ रही। फिर भी हौसला बुलंद तस्कर खाकी को चकमा देकर मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम दे रहे। पुलिस विभाग के आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे। ढाई माह में 2.5 करोड़ से अधिक मूल्य की अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। 150 तस्कर भी हत्थे चढ़ चुके हैं।
मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में जिला नशा संसाधनों का हब बनता जा रहा है। तस्कर अन्य प्रांतों से अवैध शराब लाकर जिले की सीमा से होते हुए बिहार ले जाकर ऊंचे दामों पर बेच रहे। मुखबिरों व खुफिया तंत्र की मदद से पुलिस को कामयाबी भी मिल रही है। 12 फरवरी को जिले में 26.35 लाख, 22 फरवरी को 17 लाख, छह फरवरी को 4.25 लाख, 26 फरवरी को 6.50 लाख समेत ढाई माह में करीब 2.5 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध शराब बरामद हो चुकी है। वहीं तस्करी में शामिल 263 दो पहिया व 125 चार पहिया वाहन भी सीज किए जा चुके हैं। .. लेकिन पुलिस की सख्ती का कोई खास असर तस्करों पर नहीं पड़ रहा। नशे का कारोबार बदस्तूर जारी है। ऐसे में तस्करों की नकेल कसने को पुलिस को प्रभावी कदम उठाने की दरकार है। ताकि नशे के कारोबार पर रोक लगाई जा सके। लक्जरी वाहन खाकी को दे रहे चकमा
तस्कर पुलिस को चकमा देने को लग्जरी वाहनों का इस्तेमाल कर रहे। ताकि पुलिस की नजर में न आने पाएं। गत दिनों मुगलसराय पुलिस ने स्कोडा कार से शराब बरामद की थी। वहीं सदर कोतवाली पुलिस ने होंडा एकार्ड के साथ लाखों रुपये की शराब के साथ तस्कर को पकड़ा था। 'पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने को लेकर प्रतिबद्ध है। इसके लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें सफलता भी मिल रही। शराब की बड़ी खेप के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। चुनाव को देखते हुए अभियान को गति दी जाएगी।
संतोष कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक।