Move to Jagran APP

नगरीय क्षेत्र के कार्डधारकों को नहीं मिलेगा केरोसिन

नगरीय क्षेत्र के कार्डधारकों को अब केरोसिन नहीं मिलेगा। शासन ने बिजली और एलपीजी कनेक्शनधारकों को केरोसिन का वितरण बंद करने का फैसला लिया है। सत्यापन के बाद शहरी इलाकों में ऐसे 14 हजार 201 कार्डधारक चिह्नित किए गए हैं। जनपद में 12 हजार 2

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 06:14 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2020 06:14 PM (IST)
नगरीय क्षेत्र के कार्डधारकों को नहीं मिलेगा केरोसिन
नगरीय क्षेत्र के कार्डधारकों को नहीं मिलेगा केरोसिन

जागरण संवाददाता, चंदौली : नगरीय क्षेत्र के कार्डधारकों को अब केरोसिन नहीं मिलेगा। शासन ने बिजली और एलपीजी कनेक्शनधारकों को केरोसिन का वितरण बंद करने का फैसला लिया है। सत्यापन के बाद शहरी इलाकों में ऐसे 14 हजार 201 कार्डधारक चिह्नित किए गए हैं। जनपद में 12 हजार 285 लीटर केरोसिन की बचत होगी। साथ ही तेल की कालाबाजारी पर भी लगाम लगेगी।

loksabha election banner

खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से अंत्योदय कार्डधारकों को तीन लीटर और पात्र गृहस्थी को दो लीटर केरोसिन दिया जाता रहा। नगरीय इलाकों में भी यही प्रणाली लागू रही। ..लेकिन शहरी इलाके के कार्डधारक अमूमन केरोसिन लेने नहीं आते हैं। ऐसे में कोटेदार केरोसिन की कालाबाजारी करते हैं। शासन तक इसकी शिकायत पहुंचती रहती है। लाख सख्ती के बावजूद कोटेदारों की हरकत पर लगाम नहीं लग पा रही। इससे हर माह हजारों लीटर केरोसिन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रहा। शासन ने कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए शहरी क्षेत्र में बिजली और एलपीजी कार्डधारकों को केरोसिन वितरण बंद करने का निर्णय लिया है। जिले के नगरीय इलाकों में 24 हजार 868 कार्डधारक हैं। सत्यापन के बाद 14 हजार 201 ऐसे कार्डधारक चिह्नित किए गए, जिनके पास बिजली व एलपीजी का कनेक्शन है। इसमें 736 अंत्योदय और 13 हजार 465 पात्र गृहस्थी कार्डधारक शामिल हैं। इन कार्डधारकों को इस माह से केरोसिन नहीं मिलेगा। शासन का मानना है कि कार्डधारक खाना बनाने और दीपक जलाने के लिए केरोसिन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में बिजली और एलपीजी कनेक्शनधारकों को केरोसिन की जरूरत नहीं है। इससे कालाबाजारी पर भी रोक लगेगी।

--------------------------

आंख का रेटिना दिला रहा अनाज

खाद्य वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा। ई-पाश मशीन व आई स्कैनर के जरिए कार्डधारकों को राशन का वितरण किया जा रहा है। खासतौर से शहरी क्षेत्र की सस्ते गल्ले की दुकानों पर आई स्कैनर लगाई गए हैं। जिन कार्डधारकों का अंगूठा घिसने के चलते ई-पाश मशीन काम नहीं कर पाती है, उन कार्डधारकों के आंख का रेटिना स्कैन कर अनाज दिया जाता है।

----------

वर्जन :

शासन ने बिजली व एलपीजी कनेक्शनधारकों को केरोसिन का वितरण बंद करने का निर्णय लिया है। सत्यापन के बाद जिले में शहरी क्षेत्र के 14 हजार 201 कार्डधारक चिह्नित किए गए हैं। उन्हें केरोसिन नहीं मिलेगा।

देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.