आधार से खोजी जाएंगी कस्तूरबा की अनामिका
अनामिका प्रकरण ने बेसिक शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी कराई है। जिलों से अनामिका के मिलने का सिलसिला अब भी जारी है। भ्रष्टाचार रोकने को शासन की सख्ती के बाद जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की महिला शिक्षकों का भौतिक सत्यापन सत्यापन करने की योजना तैयार की है। सभी नौ विद्यालयों की महिला शिक्षक अभिलेखों के साथ अधिकारियों के समक्ष परेड करेंगी। सोमवार से पड़ताल की शुरुआत हो जाएगी।
जासं, चंदौली : अनामिका प्रकरण ने बेसिक शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी कराई है। जिलों से अनामिका के मिलने का सिलसिला अब भी जारी है। भ्रष्टाचार रोकने को शासन की सख्ती के बाद जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की महिला शिक्षकों का भौतिक सत्यापन करने की योजना तैयार की है। सभी नौ विद्यालयों की महिला शिक्षक अभिलेखों के साथ अधिकारियों के समक्ष परेड करेंगी। सोमवार से पड़ताल की शुरुआत हो जाएगी।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में दुर्व्यवस्था और भ्रष्टाचार नई बात तो नहीं लेकिन अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है। फर्जी अभिलेखों और नाम पता के आधार पर कई जिलों में नौकरी करने वाली अनामिका ने विभाग में भ्रष्टाचार की कलई खोल कर रख दी है। शासन का दबाव बढ़ने के बाद जिलों के विभागीय अधिकारी अभिलेखों की जांच पड़ताल व सत्यापन में जुट गए हैं।
रोस्टरवार शिक्षकों की होगी परेड
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की महिला शिक्षकों के भौतिक सत्यापन और प्रमाणपत्रों की जांच का निर्देश जारी कर दिया है। सोमवार से अभियान शुरू कर दिया जाएगा। प्रतिदिन दो विद्यालयों की शिक्षकों को अभिलेखों सहित बुलाया जाएगा। आधार कार्ड के जरिए सबकी पहचान कराई जाएगी। फोटो या नाम में भिन्नता पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। नौ स्कूलों की तकरीबन 50 महिला शिक्षकों को जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। 'कस्तूरबा की महिला शिक्षकों का आधार के जरिए चिन्हांकन और अभिलेखों की जांच का रोस्टर तय कर दिया गया है। गहनता से जांच पड़ताल की जाएगी ताकि किसी भी तरह की अनियमितता पकड़ में आ सके।
- भोलेंद्र प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी