जंक्शन लाकडाउन, यात्रियों की आवाजाही पर रोक
देश का नामचीन पीडीडीयू जंक्शन सोमवार को पूरी तरह सील हो गया। रेलकर्मियों और सुरक्षाबलों ने प्लेटफार्मों को जाने वाले सभी रास्तों को रस्सी और बैरिकेडिग के जरिए बंद कर दिया। प्रारंभिक स्टेशनों से निकलीं दो स्पेशल ट्रेनें जंक्शन पहुंची।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : देश का नामचीन पीडीडीयू जंक्शन सोमवार को पूरी तरह सील हो गया। रेलकर्मियों और सुरक्षाबलों ने प्लेटफार्मो को जाने वाले सभी रास्तों को रस्सी और बैरिकेडिग के जरिए बंद कर दिया। प्रारंभिक स्टेशनों से निकलीं दो स्पेशल ट्रेनें जंक्शन पहुंची। तकरीबन 1200 यात्री उतरे और जांच के बाद विभिन्न संसाधनों से गंतव्य को रवाना हुए। रेल अधिकारियों का कहना है कि अब एक भी यात्री ट्रेन यहां से होकर नहीं गुजरेगी।
कोरोना के चलते देश में तमाम तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं। देश के कई जिलों को पूरी तरह से लाकडाउन कर दिया गया है। वहीं कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए 31 मार्च तक रेल यातायात को भी बंद कर दिया गया है। इस फैसले के बाद दिल्ली हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में शामिल पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को भी लॉक डाउन कर दिया गया है। स्टेशन परिसर में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है और भीतर प्रवेश करने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। पूरे स्टेशन परिसर में अगर कोई दिखाई दे रहा है, तो वह हैं सुरक्षाकर्मी और इक्का-दुक्का रेल कर्मचारी। जबकि जंक्शन की बात करें, तो यहां से रोजाना 250 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं, लेकिन यात्री ट्रेनों के परिचालन को रोकने के आदेश के बाद इस स्टेशन को लॉकडाउन कर दिया गया है। इसके साथ ही स्टेशन में प्रवेश करने के जितने भी रास्ते हैं, उन्हें बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को तैनात किया गया है। स्टेशन परिसर में सुरक्षा एजेंसियों और रेलवे से संबंधित लोगो के अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। सुबह साढ़े पांच बजे स्पेशल ट्रेन 01401 और साढ़े आठ बजे 01139 जंक्शन पहुंची दोनों से 1208 यात्री उतरे। स्कैनिग के बाद सभी को जाने दिया गया। आरपीएफ कमांडेंट आशीष मिश्रा ने जीआरपी कोतवाली प्रभारी आरके सिंह व इंस्पेक्टर संजीव कुमार के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बताया कि रेलवे के निर्देशों के तहत जंक्शन को सील कर दिया गया है। रेल और सुरक्षाकर्मियों के अतिरिक्त किसी को भी परिसर में प्रवेश की इजाजत नहीं है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।