घायल रेलकर्मी की मौत, लोको अस्पताल में हंगामा
जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर (चंदौली) स्थानीय जंक्शन के यार्ड में ट्रेन की चपेट में आन
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : स्थानीय जंक्शन के यार्ड में ट्रेन की चपेट में आने से घायल रेलकर्मी की सोमवार की देर रात वाराणसी के निजी रेफर अस्पताल में मौत हो गई। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। यूनियन के लोगों ने लोको अस्पताल प्रशासन की अव्यवस्था व लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। आरोप कि वाराणसी के रेफर अस्पताल में ब्लड डोनेशन के नाम पर नकद रुपये जमा कराए गए। इसको लेकर कर्मचारियों में उबाल है।
रेलवे के इंजीनियर विभाग के पीडब्ल्यूआई कार्यालय में 32 वर्षीय धर्मेंद्र राजभर ट्रैक मैन पद पर कार्यरत था। शाम को ड्यूटी के बाद रेलवे लाइन के किनारे से पैदल की घर जा रहा था। तभी अचानक पीछे से आ रही लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया। इस दौरान वह गंभीररूप से घायल हो गया। मौके पर इंजीनियरिग विभाग के कई आला आधिकारी भी मौजूद रहे। आनन फानन में घायल अवस्था में उसे रेलकर्मी व आरपीएफ के जवान लोको अस्पताल ले गए। आरोप है कि गंभीर रूप से घायल रेलकर्मी का वाराणसी के रेफर अस्पातल में ब्लड डोनेशन को लेकर जमा कराए गए थे। इसके बाद रेलवे से संबद्घ निजी अस्पताल में उपचार के लिए अलग से पैसे भी मांगे गए। धर्मेंद्र रोज दारीडिह (गाजीपुर) दिलदारनगर से आना जाना करता था। पत्नी देवंता दो बेटियां व एक बेटे के साथ गांव में ही रहती है। रोज शाम को ड्यूटी करने के बाद धर्मेंद्र गांव चला जाता था। सोमवार को भी वह ड्यूटी करने के बाद ट्रेन पकड़ने के लिए जंक्शन की तरफ आ रहा था। तभी अचानक ट्रेन की चपेट में आ गया।
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यूनियन के कर्मचारियों ने की शोक सभा
पोस्टमार्टम के बाद मृतक को पुलिस कालोनी स्थित एईएन आफिस लाया गया। वहां पर यूनियन, इंजीनियरिग विभाग के कर्मचारियों ने शोक सभा कर तिरंगे में लपेट पर उसका शव उसके गांव भेजवाया। इस दौरान कर्मचारियों ने दो मीनट का शोक सभा भी किया। शोक सभा में यूनियन नेता अशोक सिंह, सुभाष सिंह, परमेश्वर दयाल, संतोष गौंड, सीबी राय, सुनिल संगमित्रा, एके भारतीय आदि लोग मौजूद थे।