सर्दी में रक्तचाप बढ़ने से हो सकता है हृदयाघात, रखें सेहत का ख्याल
जागरण संवाददाता वनगावां (चंदौली) सर्दी के मौसम में राइनो व कोल्ड वायरस से लोग अधिक पीड़ित ह
जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली): सर्दी के मौसम में राइनो व कोल्ड वायरस से लोग अधिक पीड़ित होते हैं। हृदय, ब्लडप्रेशर व आर्थराइटिस के रोगियों को सतर्कता बरतनी बेहद जरूरी है। ऐसे रोगी सुबह टहलने से परहेज करें तो उनकी सेहत बेहतर रहेगी। जरूरी समझें तो धूप निकलने बाद ही टहलें। क्योंकि सर्दी में रक्तचाप बढ़ने से हृदयाघात हो सकता है। ऐसे में सतर्कता ही बचाव होगा। यह बातें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहाबगंज के चिकित्साधिकारी डा. संदीप गौतम ने कही।
उन्होंने कहा, राइनो और कोल्ड वायरस का सबसे ज्यादा अटैक इस मौसम में होता है। शिशुओं, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को ठंड के मौसम में सतर्क रहना चाहिए। इस समय बीमारी का ग्रोथ अधिक होता है। इसमें लोगों को बुखार आने लगता है। इस मौसम में कमर व जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। कैल्शियम एवं विटामिन डी-थ्री गोली के सेवन से फुर्ती बनी रहती है। दर्द से निवारण भी मिलता है। नसीहत दी झोलाछापों के चक्कर में पड़कर अपनी बीमारियों को और अधिक न बढ़ाएं। बोले, ब्लड प्रेशर, हार्टअटैक और आर्थराइटिस के मरीजों को सर्दी में विशेष बचाव करना चाहिए। वायरस से फैलने वाले वायरल फीवर में लोगों को खांसी, जुकाम, सर्दी, सीने में दर्द आदि की समस्या भी होती है। जानकारी और बचाव ही इसका उपचार है। राइनो वायरस से कोरोना होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में जुकाम, बुखार व गले में खराश से ग्रसित लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। नाक पर रुमाल व मास्क लगाकर निकलें। स्वयं भी बचें और लोगों को भी इसके संक्रमण में आने से बचाएं। क्योंकि यह हवा के माध्यम से एक दूसरे में प्रवेश कर जाता है। सलाह दी कि गर्म तासीर वाला भोजन व गर्म पानी का ही सेवन करें।