Move to Jagran APP

विकल्प नहीं मिला तो किसान खेतों में जलाएंगे पराली

घोसवां गांव स्थित पंचायत भवन परिसर में में रविवार को पराली जलाने को लेकर किसानों की पंचायत हुई। इसमें किसानों ने निर्णय लिया कि धान की कटाई कराने के बाद तीन दिन तक इंतजार करेंगे। यदि प्रशासन की ओर से पराली नहीं जलाने को विकल्प उपलब्ध नहीं कराया गया तो वे जलाने को विवश होंगे। किसानों ने कहा खेतों में काम

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 05:32 PM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 05:32 PM (IST)
विकल्प नहीं मिला तो किसान खेतों में जलाएंगे पराली
विकल्प नहीं मिला तो किसान खेतों में जलाएंगे पराली

जासं, बरहनी  (चंदौली) :  घोसवां गांव स्थित पंचायत भवन परिसर में में रविवार को पराली जलाने को लेकर किसानों की पंचायत हुई। इसमें किसानों ने निर्णय लिया कि धान की कटाई कराने के बाद तीन दिन तक इंतजार करेंगे। यदि प्रशासन की ओर से पराली नहीं जलाने को विकल्प उपलब्ध नहीं कराया गया तो वे जलाने को विवश होंगे।

loksabha election banner

किसानों ने कहा खेतों में काम करने को मजदूर ही नहीं मिल रहे। ऐसे में मशीन से कटाई हो रही है। मशीन से कटाई के बाद पराली जलाना उनकी विवशता है। सरकार व प्रशासन को पराली नहीं जलाने का विकल्प उपलब्ध कराना होगा तभी इस पर रोक लग सकती है। पराली के कारण यदि समय से खेत तैयार नहीं होगा तो गेहूं की बोआई का कार्य प्रभावित होगा। इससे पैदावार पर विपरित असर पड़ेगा। नमी सूखने से खेत परती हो जाएंगे। कहा किसान किसी भी कीमत पर अपना खेत परती नहीं होने देंगे। दीनानाथ श्रीवास्तव, संतविलास सिंह, अनूप सिंह, अरुण सिंह, इंदल सिंह, पवन सिंह, चंदन सिंह, संतोष , अजीत, फौजदार, अनिल, अभिषेक सहित कई किसान उपस्थित थे।

----------------

किसानों की समस्याओं पर चर्चा

अक्टूबर क्रांति के अवसर पर रविवार को अदसड़ गांव में किसान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें किसानों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। राजकुमार सिंह ने कहा वर्तमान में किसानों की समस्याओं का अंबार है।जिसका निदान नहीं हो पा रहा है। सरकारें किसानों की उपेक्षा कर रही हैं। किसान दर-दर भटकने को विवश हैं। ऐसे में किसानों के मूल समस्याओं पर मंथन करना जरूरी है। अन्य जनपदों एवं बिहार से आए वक्ताओं ने देश व प्रदेश की ज्वलंत समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। कहा महंगाई के बोझ से किसान की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है। संतोष मौर्या, राधेश्याम शर्मा, चंदन यादव, अशोक सिंह, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश सिंह आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.