पुलिया में टैंकर फंसने से लगा जाम, कराह उठे लोग
शुक्रवार की दोपहर रेलवे पुलिया के दक्षिण छोर पर लगाएं गए हाईटगेज में टैंकर गाड़ी के फंस गई।और मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी लाइन लग गई।जो गाड़ी जहां थी उनके पहिए वहीं थम गया।और देखते ही देखते चौराहा भीषण जाम की चपेट में आ गया।
जासं, पड़ाव (चंदौली) : स्थानीय चौराहे का जाम नासूर बनता जा रहा। आए दिन ऐसा जाम लग रहा कि चार से छह घंटे इस पार से उस पार जाने में समय लग रहा है। जाम से पहले पुलिस कर्मी यहां दिखाई नहीं पड़ते लेकिन जाम लगते ही ऐसे दौड़ते मानों ड्यूटी के प्रति कितने सजग हैं। गुरुवार की दोपहर चौराहे के दक्षिण रेलवे पुलिया के पास एक हाइटगेज का टैंकर फंस गया। कुछ ही देर में आगे-पीछे वाहनों की लाइन लग गई। इससे वाहन न पीछे जा पा रहे थे न ही आगे। वाहन सवार चार घंटे तक जाम में फंसकर कराहते रहे।
टैंकर के रेलवे पुलिया में फंसते ही जो गाड़ी जहां थी उनके पहिए वहीं थम गए। देखते ही देखते चौराहा भीषण जाम की चपेट में आ गया। जाम के बाद पहुंची पुलिस ने किसी तरह टैंकर को पीछे करा सड़क किनारे खड़ा कराया। उसके बाद बारी-बारी से वाहनों को पास कराया। इससे चार घंटे बाद यातायात व्यवस्था सुचारू हो सकी। पड़ाव-रामनगर मार्ग पर सकरी रेलवे पुलिया के दोनों तरफ रेलवे की ओर से कुछ दिन पूर्व ज्यादा ऊंचे वाहन न जाने पाएं इसके लिए दोनों ओर लोहे का गाडर लगाया गया था। रेलवे का तर्क था कि ओवरलोड गाड़ियों के आवागमन से पुलिया खराब हो रही थी। पिछले दिनों ट्रक से धक्का लगने से उत्तर दिशा की ओर का हाइटगेज गिर गया था। वहीं अब केवल एक ही छोर का बचा है। शुक्रवार को ज्यादा ऊंचा टैंकर लेकर आया चालक ऊंचाई का अंदाजा नहीं लग सका और वह उसमें फंस गया। इससे पड़ाव जाने वाले मार्ग पर जाम लग गया। पीडीडीयू नगर, वाराणसी से हाइवे जाने वाले वाहनों की तीन लाइनें पड़ाव चौराहे से आगे तक लग गई। वहीं पुलिया में ट्रक फंसने से वाहनों की कई लाइनें दक्षिण की ओर लग गई। वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर, बिहार व अन्य स्थानों को इसी चौराहे से आना जाना होता है। इसलिए यहां गाड़ियों व आम लोगों की हर समय भीड़ रहती है। इस मार्ग पर यातायात का दवाब बढ़ा है लेकिन लेकिन एनएच-7 आज भी पूर्व की तरह है। इसका चौड़ीकरण नहीं हो सका है। इससे किसी पल कोई गाड़ी खराब हो जाए या रेलवे पुलिया में फंस जाए तो भीषण जाम लग जाता है।