मनरेगा से जुड़ेंगी समूह की महिलाएं, मिलेगा रोजगार
जागरण संवाददाता चंदौली स्वयं सहायता समूह की गरीब महिलाओं की भागीदारी मनरेगा में भी बढ़।
जागरण संवाददाता, चंदौली : स्वयं सहायता समूह की गरीब महिलाओं की भागीदारी मनरेगा में भी बढ़ेगी। कोरोना काल में महिलाओं को मनरेगा से जोड़ने की पहल हुई है। शासन ने इसके बाबत जिला प्रशासन को निर्देशित किया है। शासन के फरमान के बाद विभाग तैयारी में जुट गया है। महिलाएं मनरेगा में मेठ की भूमिका निभाएंगी।
कोरोना काल में उद्योग को तगड़ा झटका लगा है। इससे बेरोजगारी भी बढ़ी है। ऐसे में सरकार ने मनरेगा को ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार का आधार बनाया है। मनरेगा से प्रवासियों को रोजगार दिलाने के साथ ही समूह की महिलाओं को भी जोड़ने की योजना बनाई गई है। इसको लेकर शासन के अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान महिलाओं को मनरेगा से जोड़ने का निर्देश दिया है। इसके बाद उद्योग उपायुक्त कार्यालय आंकड़ा जुटाने में लगा है। महिलाओं को मनरेगा में अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। -----------
जिले में चार हजार समूह, 75 हजार से अधिक महिलाएं जिले में चार हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह हैं। वहीं 75 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। महिलाएं ड्रेस सिलाई, पुष्टाहार निर्माण, दीया, बाती बनाने, मास्क निर्माण आदि का कार्य कर रही हैं। इसके अलावा खेती-किसानी का भी काम कर रही हैं। -------------
शासन स्तर से समूह की महिलाओं को मनरेगा से जोड़ने का निर्देश है। इस पर अमल किया जाएगा। समूह की महिलाएं ड्रेस सिलाई आदि का कार्य कर रही हैं।
एमपी चौबे, उपायुक्त स्वत: रोजगार