बर्बाद फसल का मुआवजा दे सरकार
पराली जलाने के नाम पर किसानों का शोषण किया गया। इसमें सरकारी अमला पूरी तरह से सक्रिय रहा। लेकिन बेमौसम हुई बरसात से बर्बाद हुई फसलों को लेकर शासन व प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। उक्त बातें भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री अखिलेश सिंह ने नियामताबाद में संगठन की बैठक के दौरान क्षेत्रीय किसानों को संबोधित करते हुए कही।
जासं, नियामताबाद (चंदौली) : भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री अखिलेश सिंह ने कहा कि पराली जलाने के नाम पर बीते दिनों जिले में किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया। सरकारी तंत्र इसमें लगा रहा लेकिन बरसात से बर्बाद हुई फसलों के मुआयना के लिए न तो कृषि विभाग और ना ही बीमा कंपनी के कर्मचारी गए। वे सोमवार को संगठन की बैठक में किसानों को संबोधित कर रहे थे।
कहा प्रदेश सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं। सत्ता पक्ष के नेताओं के निरीक्षण के बाद भी धान क्रय केंद्रों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। अभी भी जिले के कई केंद्र बंद पड़े हैं। सरकार को बर्बाद फसल की भरपाई को ठोस कदम उठाना चाहिए। नहीं तो किसान आंदोलन को बाध्य होंगे। बैठक बौरी, भरछा, बड़ौरा, मसोई, पचपरा, विलासपुर, जगदीशपुर, जरखोर, भवतपुरा, सवैया, कांटा, जलालपुर, महरखा आदि गांवों के किसान उपस्थित थे।