विद्यालय के समय में मनाया फिल्म अभिनेता का जन्मदिन
जासं, चंदौली : प्राथमिक शिक्षा यूं ही सवालों के घेरे में नहीं रहती। कहीं सहायक तो कहीं प्रधानाध्यापक
जासं, चंदौली : प्राथमिक शिक्षा यूं ही सवालों के घेरे में नहीं रहती। कहीं सहायक तो कहीं प्रधानाध्यापकों की मनमानी शिक्षा प्रणाली की बेहतरी में बाधा बनकर खड़ी हो जाती है। ताजा मामला बरहनी विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय इमिलिया का है, यहां शुक्रवार को विद्यालय समय में एक सामाजिक संगठन के लोगों ने फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन का जन्मदिन मनाया। इसके चलते विद्यालय में करीब तीन घंटे पठन-पाठन बाधित रहा। कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। मामला संज्ञान में आने पर बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने जांच कराकर प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
परिषदीय विद्यालयों में एक तो वैसे ही शिक्षकों की कमी है। छात्र और शिक्षक के अनुपात का मानक 35:1 है, लेकिन 80 फीसद विद्यालयों में 75 से 80 छात्रों पर एक शिक्षक नियुक्त हैं। शिक्षकों की कमी से छात्रों की संख्या भी विद्यालयों में न के बराबर ही रहती है। हालांकि एमडीएम के समय में छात्रों की संख्या बढ़ती है, उसके बाद फिर से खाली क्लास। यही वजह है कि एक-एक कक्ष में तीन से चार कक्षाएं संचालित होती हैं। उसमें भी किसी स्वयंसेवी संस्था द्वारा बगैर किसी अनुमति के छात्रों के बीच जाकर कोई कार्यक्रम करना कितना प्रासंगिक है यह शुक्रवार को देखने को मिला। करीब तीन घंटे तक पढ़ाई के इतर फिल्म अभिनेता की जीवनी के साथ उनकी फिल्मों, पुरस्कारों के बारे में छात्रों को बताया गया। उसके बाद केक कटा। ''इस तरीके के कार्यक्रम को लेकर हैरान हूं। कार्यक्रम की मुझे कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन विद्यालय समय में ऐसा कराया जाना नियम विरुद्ध है। इसकी जांच होगी, प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक कार्रवाई के दायरे में हैं।''
-भोलेंद्र प्रताप सिह, बेसिक शिक्षा अधिकारी।