बिजली आपूर्ति में नहीं हो रहा सुधार, कटौती से छूटे पसीने
जागरण संवाददाता वनगावां (चंदौली) गर्मी के तेवर के साथ ही बिजली ने झटका देना शुरू कर ि
जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : गर्मी के तेवर के साथ ही बिजली ने झटका देना शुरू कर दिया है। ऐसा जुलाई की शुरुआत से ही हो रहा। इसके पूर्व तक निर्बाध बिजली आपूर्ति हुई। ग्रामीण अंचलों में दिन व रात में घंटे-दो घंटे पर ट्रिपिग से उपभोक्ता बेहाल हो जा रहे हैं। बार-बार आपूर्ति ठप होने से इन्वर्टर की बैटरी भी ठीक से चार्ज नहीं हो पा रही है। भीषण गर्मी से लोग पसीना से तरबतर हो रहे हैं। शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन सुचारू आपूर्ति के लिए गंभीर नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्र में 18 से 20 घंटे विद्युत आपूर्ति किए जाने का शेड्यूल निर्धारित है। लेकिन यहां के विद्युत उपकेंद्रों से दिन में घंटों आपूर्ति ठप कर दी जाती है। इलेक्ट्रानिक दुकानदारों, कामर्शियल उपभोक्ताओं के धंधे पर विपरीत असर पड़ रहा। कस्बाई बाजारों में पेयजल की आपूर्ति भी प्रभावित होती है। घंटों बिजली गुल रहने से किसान सिचाई ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। शहाबगंज, पचवनियां व राममाड़ो फीडर में अक्सर खराबी के चलते कई दिनों तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है। इनके अलावा विद्युत उपकेंद्र इलिया के रमइया बाबा, इलिया फीडर, बबुरी के गौड़िहार, चकिया के मूसाखाड़, सैदूपुर, सिकंदरपुर से जुड़े गांवों में मनमानी आपूर्ति की जा रही है। शहाबगंज विद्युत उपकेंद्र से भी आपूर्ति की व्यवस्था लचर है। दिन व रात में बिजली कब आती और चली जाती, लोगों को इसका पता ही नहीं चल पाता है। नगर में हो रही अंधाधुंध विद्युत कटौती, परेशानी
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : अंधाधुंध विद्युत कटौती ने लोगों की नींद हराम कर दी है। एक सप्ताह से रात और दिन मिलाकर चार से छह घंटे नगर में कटौती हो रही है। बुधवार की रात शाहकुटी मोहल्ले की बिजली गुल हो गई। सुबह तक बिजली नहीं आने से लोगों को परेशानी बढ़ गई।
गर्मी शुरू होते ही बिजली ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे कटौती भी हो रही है। आलम यह है कि रात नौ बजे सप्लाई जाती है और 12 बजे से पहले नहीं आती। इसके बाद भोर तक रहेगी, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। इस दौरान लोग गर्मी से बिलबिला कर रह जाते हैं। रात्रि कटौती से नगर की घनी आबादी के रहवासियों की परेशानी बढ़ गई है। सप्लाई जाते ही घरों में टिकना मुश्किल हो जाता है। लोग सड़कों, गलियों में तब तक टहलते रहते हैं जब तक सप्लाई बहाल नहीं हो जाती। सुबह व दोपहर में भी कटौती ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।