सहजन का सूप, सब्जी दूर करेगा बच्चों का कुपोषण
धान के कटोरे में बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए शासन ने नई पहल की है। मानसून के चालू सीजन में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों में कम से कम एक सहजन का पौधा रोपित किया जाएगा। पौधों के वृक्ष बनने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा तो मिलेगा ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना भी साकार होगी। सहजन के प्रयोग से गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ कुपोषित बच्चों का कुपोषण भी दूर होगा। इसके मद्देनजर वन विभाग की नर्सरी में 46 हजार पौधे रोपण के लिए तै
जासं, चंदौली : धान के कटोरे में बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए शासन स्तर से शुरूआत हो गई है। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों में कम से कम एक सहजन का पौधा रोपित होगा। पौधों के वृक्ष बनने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा तो मिलेगा ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना भी साकार होगी। सहजन के प्रयोग से गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ कुपोषित बच्चों का कुपोषण भी दूर होगा। इसके मद्देनजर वन विभाग की नर्सरी में 46 हजार पौधे तैयार कर रोपित कर दिए गए हैं। ये पौधे आम लोगों के लिए भी लाभकारी साबित होंगे। जिला प्रशासन के लिए जागरूकता अभियान चल रहा।
आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। बाल विकास विभाग की ओर से कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में पंजीरी आदि का वितरण तो किया ही जा रहा, गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य की जांचकर आयरन व अन्य प्रकार के विटामिन की गोलियां दी जा रही हैं ताकि कुपोषण को जड़ से समाप्त किया जा सके। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डोर टू डोर जाकर जच्चा व बच्चा का ख्याल रख रही हैं। जनपद में कुपोषण नियंत्रण की स्थिति संतोषजनक है। इस कड़ी में शासन ने अब नई पहल करते हुए प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर विटामिन युक्त सहजन के पौधों का रोपण कराने का निर्णय लिया है।
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गर्भवती माताओं को करेंगी प्रेरित
आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के पौधे लगवाने का मुख्य उद्देश्य गर्भवती माताओं को इसके प्रयोग पर बल देना है। उन्हें प्रेरित किया जा रहा सहजन की सब्जी, सूप आदि का प्रयोग करने से उनका स्वास्थ्य तो उत्तम होगा ही जन्में बच्चे भी स्वस्थ होंगे। इतना ही नहीं केंद्र के नौनिहालों को भी इसका सेवन कराया जाएगा ताकि उन्हें विटामिन युक्त आहार मिल सके।
गुणों की खान सहजन
सहजन गुणों की खान है। इसमें विटामिन ए, बी व सी तो मिलता ही है। इसके सेवन से कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन भी प्राप्त होता है। इतना ही नहीं इसकी आबोहवा से आसपास का वातावरण भी शुद्ध रहता है।
वर्जन
सहजन के पौधे रोपित किए जा रहे हैं। इससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा तो मिलेगा ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना भी साकार होगी। वन विभाग की ओर से पौधे दिए गए हैं।
नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी