सही दिशा में वाहन चलाएं, हादसे से छुटकारा पाएं
यदि आप कोहरे में सफर कर रहे हों तो सावधानी बरतें वरना आपकी जान खतरे में पड़ सकती है। चालक वाहन को सही दिशा में चलाएं तो हादसे से छुटकारा पा सकेंगे। आमतौर पर वाहन चालक गाड़ी में दिए गए साइड इंडिकेटर सेंटर इंडिकेटर फॉग लाइट हेड लाइट हाई लो बीम वाह मीटर आदि पर दिखाई जा रही चेतावनियों को नजरअंदाज कर देते हैं। इससे हादसे की प्रबल संभावनाएं पैदा हो जाती हैं। एक्सपर्ट वाहन कंपनियां यातायात पुलिस के अलावा अन्य जिम्मेदारों ने चालकों को सर्दी के मौसम में अपने वाहनों को चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने और यातायात से संबंधित कुछ जरूरी हिदायतों का पालन करने को कहा है। ठंड के मौसम में कोहरे की वजह से सड़क हादसों की संभावना 40 फीसद तक बढ़ जाती है। लिहाजा सावधानी बरतनी बेहद आवश्यक है।
जासं, चंदौली : ठंड के मौसम में मार्ग पर कोहरे के कारण दृश्यता कम रहती है। इससे चालकों को वाहनों की गति कम कर वाहन दौड़ाने पड़ रहे हैं ताकि अचानक सामने से आने वाले वाहन को देखा जा सके लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर सैकड़ों वाहन बिना रिफ्लेक्टर, बिना फॉग लाइट, बिना नंबर, बिना इंडीकेटर के दौड़ रहे हैं। जो अक्सर दुर्घटना का सबब बनते हैं। यही कारण है कि कोहरे के दौरान मार्ग पर हादसों की संख्या बढ़ जाती है। वाहन चलाते समय हिदायत बरतना जरूरी है ताकि खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखने में अपना योगदान दे सकें। ऐसे वाहनों से सावधान रहे चालक
हाईवे हो या सर्विस रोड देखा जाए तो बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्राली व कई पुराने वाहन निर्माण सामग्री लेकर बिना बैक लाइट और बिना किसी रिफ्लेक्टर के दौड़ते देखे जाते हैं, जो दुर्घटना के कारण बनते हैं। चालक को ऐसे वाहनों से सचेत रहना चाहिए। खासकर हाईवे पर वाहन चलाते समय आगे चल रहे वाहन को ओवरटेक कदापि न करें। अनफिट वाहनों पर लगे रोक
कई बार ट्रैक्टर-ट्राली व पिकअप धान के बोझ, भूसी, भूसा, उपज के अलावा अन्य सामग्री लेकर दौड़ते देखे जाते हैं। जिनकी न तो लाइट, न बैक लाइट और न ही रिफ्लेक्टर होता है। जो सीधे मौत लेकर सड़कों पर उतरते हैं। ऐसे वाहनों पर खासकर कोहरे के दौरान प्रशासन के अधिकारियों को नजर रखनी चाहिए, जो अन्य वाहन चालकों को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। कुछ वाहनों के हेडलाइटों के बीम काम नहीं करते हैं। इससे सामने से आ रहे वाहन चालक कोहरे के दौरान सड़क पर वाहन की स्थिति को नहीं जान पाते दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। ''कोहरे में ड्राइविग को लेकर चालकों को सतर्क रहना चाहिए। जिन वाहनों की हेडलाइट, बैक लाइट और रिफ्लेक्टर आदि सही नहीं है, उसे अविलंब ठीक करा लें, ताकि सुरक्षित वाहन चलाने के लिए प्रबंध बेहतर हो सके। सबसे अहम कोहरे के दौरान चालक अपने वाहनों को गलत दिशा में न दौड़ाए, इस पर अमल न करने से हादसे की आशंका बनी रहती है। चालकों को अपनी आंखों की जांच भी करा लेनी चाहिए, क्योंकि कोहरे में मार्ग पर दृश्यता कम हो जाती है। इससे सामने या आगे जा रहे वाहनों को देखने में अनुमान कई बार गलत भी हो जाता है। इसलिए सतर्कता बरतें।''
-विजय प्रकाश सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन।