महिला उत्पीड़न मामलों में प्रशासनिक सुस्ती पर जताई नाराजगी
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने बुधवार को मुख्यालय स्थित लोक निर्माण विभाग के डाक बंगला में जनसुनवाई की। इसमें आठ मामले आए। चार का मौके पर निस्तारण किया गया। पीड़िताओं ने ससुरालियों की ओर से मारने-पीटने और उत्पीड़न के मामले में सुस्त प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर शिकायत की। इस पर उपाध्यक्ष ने गहरी नाराजगी जताई। अधिकारियों को महिला उत्पीड़न की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िताओं को न्याय दिलाने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, चंदौली : राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने बुधवार को मुख्यालय स्थित लोक निर्माण विभाग के डाक बंगला में महिलाओं की समस्या सुनी इस दौरान आठ मामलों में चार का मौके पर निस्तारण किया गया। पीड़िताओं ने ससुरालियों की ओर से मारने-पीटने और उत्पीड़न के मामले में सुस्त प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर शिकायत की। इस पर उपाध्यक्ष ने गहरी नाराजगी जताई। अधिकारियों को महिला उत्पीड़न की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िताओं को न्याय दिलाने के निर्देश दिए।
जिला अस्पताल स्थित मातृ व शिशु विग का निरीक्षण करने के बाद सुबह तकरीबन 11 बजे महिला आयोग की उपाध्यक्ष पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंची। उन्होंने उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की फरियाद सुनी। फरियादियों ने बताया ससुराल वालों की ओर से मार-पीटकर घर से निकाल दिया गया। थानों में पहुंचकर फरियाद की। लेकिन पुलिस आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने में सुस्ती बरत रही है। छेड़खानी के मामलों में भी सक्रियता नहीं दिखाई जा रही। इसके चलते काफी दिनों से न्याय नहीं मिल पा रहा है। उपाध्यक्ष ने उत्पीड़न के मामलों में त्वरित कार्रवाई व न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला उत्पीड़न की शिकायतें मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई की जाए। शासन के मानक के अनुरूप तय समय सीमा के अंदर पीड़िताओं को राहत पहुंचाई जानी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार महिलाओं की शिक्षा व सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली सरकार की मंशा के पूरे होने में बाधा बन रही। कहा अफसर कार्यप्रणाली सुधारें वरना, कार्रवाई के लिए तैयार रहें। महिला उत्पीड़न के मामलों के निस्तारण में हीलाहवाली करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डा. आरके मिश्र, डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी इंद्रावती यादव, डीपीओ नीलम मेहता, समाज कल्याण अधिकारी आरके सिंह, सीओ सदर त्रिपुरारी पांडेय आदि रहे।