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धानापुर को तहसील बनाए बिना विकास संभव नहीं

धानापुर विकास मंच की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को डबरिया स्थित वरिष्ठ समाजसेवी राधेश्याम ¨सह के आवास पर हुई । इसमें आंदोलन के विस्तार और संगठन की मजबूती को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Dec 2018 08:40 PM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2018 08:40 PM (IST)
धानापुर को तहसील बनाए बिना विकास संभव नहीं
धानापुर को तहसील बनाए बिना विकास संभव नहीं

जागरण संवाददाता, धानापुर (चंदौली) : धानापुर विकास मंच की बैठक बुधवार को डबरिया में हुई। इसमें आंदोलन के विस्तार और संगठन की मजबूती को लेकर विमर्श किया गया। 

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मंच संयोजक गो¨वद उपाध्याय ने कहा धानापुर को तहसील बनाए बिना गंगा के तटीय क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव नहीं। प्रदेश सरकार को चाहिए धानापुर को तहसील बनाने की घोषणा करे। क्षेत्रीय सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय और विधायक सुशील ¨सह से भी इस मुद्दे पर तत्काल एवं सार्थक कदम उठाने की अपील की गई। चेतावनी दी 25 दिसंबर तक धानापुर को तहसील बनाने की घोषणा नहीं हुई तो डीवीएम निर्णायक आंदोलन को बाध्य होगा। पूर्व प्रधानाचार्य राधेश्याम ¨सह ने कहा धानापुर भूमि का एक टुकड़ा मात्र नहीं है। यह स्वाधीनता संग्राम के अमर वीरों के त्याग, संघर्ष और बलिदान की एक जीवंत स्मृति भी है। धानापुर का नाम मात्र लेने से युवा पीढ़ी को भी प्रेरणा एवं ऊर्जा मिलने के साथ ही गौरव की अनुभूति होती है। लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में कुछ राजनेताओं ने निजी स्वार्थ सिद्धि के चलते निर्वाचन आयोग के हां में हां मिलाकर धानापुर के गौरवपूर्ण इतिहास को मिटाने का कुचक्र रचा। बैठक में राधेश्याम ¨सह, पूर्व प्रमुख विश्वनाथ ¨सह, नवनागर ¨सह, यदुनाथ ¨सह, यशवंत ¨सह, घनश्याम मिश्र, मोढ़ा यादव,  रामचंद्र उपाध्याय, शंकर यादव, नंद कुमार पांडेय उपस्थित थे। अध्यक्षता कमलाकांत मिश्र, संचालन डा. राम अनुज यादव ने किया।


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