हाईटेक हुए किसान, वाट्सएप से सम्मान निधि का समाधान
लॉकडाउन के दौर में अन्नदाता सरकारी कामकाज को पूरा कराने के लिए तकनीकी का सहारा ले रहे हैं। वाट्सएप के जरिए डिटेल भेजकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के आवेदन की त्रुटियों को दुरूस्त करा रहे हैं। विभाग की ओर से इसके लिए कंट्रोल रूम स्थापित पर कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : लॉकडाउन के दौर में अन्नदाता सरकारी कामकाज को पूरा कराने के लिए तकनीक का सहारा ले रहे हैं। वह वाट्सएप के जरिए डिटेल भेजकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के आवेदन की त्रुटियों को दुरूस्त करा रहे हैं। विभाग की ओर से इसके लिए कंट्रोल रूम स्थापित पर कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम में अब तक 1902 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। जनपद में 30 हजार किसानों के आवेदन में त्रुटियां हैं। विभाग इसे दुरूस्त कराने में जुटा हुआ है। ताकि अन्नदाताओं को सम्मान निधि का लाभ मिल सके।
केंद्र सरकार खाद, बीज के साथ ही कृषि संबंधी अन्य छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए सालाना किसानों के खाते में छह हजार रुपये भेज रही है। जिले में तकरीबन 2.25 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि के लिए आवेदन किया है। इसमें 1.90 लाख किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। लेकिन 30 हजार किसानों के आवेदन में त्रुटियां हैं। किसी का आधार नंबर गलत है, तो किसी के खाते में गड़बड़ी है। इसके चलते उनका पैसा दूसरों के खाते में चला जा रहा है। इसके चलते किसान परेशान हैं। कृषि विभाग की ओर से कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। ताकि लॉकडाउन में किसान दफ्तर आने की जहमत उठाने की बजाए घर बैठे अपनी डिटेल ग्रुप पर भेज दें। कंट्रोल रूम के कर्मचारी किसानों को फोन कर सही सूचना प्राप्त कर आवेदन की त्रुटियों को दूर कर रहे हैं। 512 किसानों ने वाट्सएप ग्रुप पर डिटेल भेजकर गड़बड़ियां दूर कराईं। इसके अलावा 335 ने फोन पर सूचना दी। वहीं 1073 ने कंट्रोल रूम में आकर कागजात जमा कराए। आवेदन की त्रुटियों को दूर कर डाटा अपलोड कर दिया गया है। इससे किसानों के खाते में निधि पहुंचने की उम्मीद जग गई है।
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वर्जन :
' जिले में करीब 30 हजार किसानों के आवेदन में गड़बड़ी है। 11 हजार किसानों का आधार मिस मैच है तो 19 हजार का आधार नंबर गलत है। किसानों से सही जानकारी प्राप्त कर आवेदन की त्रुटियों को दूर किया जा रहा है। इसके बाद डाटा पीएफएमएस पोर्टल पर अपलोड किया गया है। किसानों के खाते में सम्मान निधि आने लगेगी। जिन किसानों का आवेदन त्रुटिपूर्ण है वे तत्काल दुरूस्त करा लें।
अमित जायसवाल, उपनिदेशक, कृषि