पुराने ढर्रे पर विभाग, नुक्कड़ नाटक जरिए सुधारेंगे यातायात
सरकारी धन खर्च करना है भले ही व्यवस्था में सुधार हो ना हो। यातायात पुलिस तो फिलहाल इसी ढर्रे पर चल रही है। यातायात माह में नुक्कड़ नाटक के जरिए व्यवस्था में सुधार का जतन कर रही है। प्रयास में कोई नयापन नजर नहीं आ रहा। एक अरसा पहले तैयार बैनर जिसमें अधिकारियों का नाम बदल कर सड़क किनारे लटका दिया गया।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : सरकारी धन खर्च करना है भले ही व्यवस्था में सुधार हो ना हो। यातायात पुलिस तो फिलहाल इसी ढर्रे पर चल रही है। यातायात माह में नुक्कड़ नाटक के जरिए व्यवस्था में सुधार का जतन कर रही है। प्रयास में कोई नयापन नजर नहीं आ रहा। एक अरसा पहले तैयार बैनर, जिसमें अधिकारियों का नाम बदल कर सड़क किनारे लटका दिया गया। अधिकारियों व कर्मचारियों ने नाटक देखा जिसमें शराब पीकर और बगैर हेलमेट वाहन चलाने के दुष्प्रभावों को दिखाया, समझाया गया। इसके बाद पारंपरिक संबोधन और उपस्थित जन गंतव्य को रवाना हो गए। मिनी महानगर में जाम की स्थिति यथावत रही।
जमाना बदल रहा है लेकिन यातायात पुलिस वहीं की वहीं है। पुराने हथकंडे से ही व्यवस्था में सुधार का प्रयास किया जा रहा है। सीओ यातायात नीरज सिंह और यातायात प्रभारी मिथिलेश तिवारी नुक्कड़ नाटक मंडली के साथ चकिया तिराहे पर पहुंचे। पुलिस सहायता केंद्र के पास पुराना बैनर टांग दिया गया, दरी बिछी और नाटक शुरू। कलाकरों ने लोगों का मनोरंजन किया और संदेश दिया कि शराब पीकर वाहन न चलाएं, जीवन अनमोल है। वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें और मोबाइल से कदापि बात न करें। सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। बताया गया कि चींटियां कतार में चल सकती हैं तो हम क्यों नहीं। हालांकि देखने वालों को भी यातायात विभाग की यह कवायद नाटक ही लगी। जितने लोग इकट्ठा हुए थे उनको जागरूक करने के बाद अधिकारी रवाना हो गए और व्यवस्था यथावत हो गई। नगर जाम में जकड़ा रहा। अलीनगर से सकलडीहा रोड पर दिन भर जाम लगता रहा। सुबह स्कूली वाहन भी जाम में फंसे तो बच्चे बिलबिला उठे। महकमा इसी तरह अपने दायित्वों की इतश्री कर ले रहा है। लोगों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही ना ही सड़क हादसे कम हो रहे हैं।